खतरा: गर्मियों में तेजी से फैल रहा संक्रमण, हॉस्पिटल पहुंच रहे मरीज

डायरिया, पीलिया और अपच के बढ़ रहे हैं मरीज

ALLAHABAD: गर्मी का सीजन आते ही संक्रामक बीमारियों ने दामन फैलाना शुरू कर दिया है। लगातार मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। अगर लोगों को साफ पेयजल मुहैया हो तो ऐसी बीमारियों पर लगाम लगाई जा सकती है लेकिन फिलहाल ऐसा नहीं हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग और जलकल संस्थान द्वारा चलाया जा रहा पानी की जांच का अभियान नियमित नहीं हो पा रहा है। ऐसे में कई मोहल्लों में दूषित पानी की सप्लाई की समस्या बनी हुई है।

केवल दो दिन चला अभियान

आमतौर पर एक अप्रैल से मोहल्लावार पेयजल की सप्लाई की जांच नियमित रूप से शुरू हो जाती है। इस बार ऐसा नहीं हो रहा है। अभी तक केवल दो दिन ही पानी के नमूने लिए गए। एक अप्रैल के बाद छह अप्रैल को शहर के 18 स्थानों पर पानी की जांच हुई, इसमें से दो सैंपल निगेटिव आए। इनमें खुसरूबाग, खुल्दाबाद, कसारी-मसारी, कीडगंज, दारागंज, जार्जटाउन चौराहा स्थित श्रीहनुमान मंदिर, धूमनगंज, चौफटका आदि एरिया शामिल रहे।

संक्रमण के तीस फीसदी मरीज

इस सीजन में डायरिया, पीलिया और अपच के सर्वाधिक मरीज हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं। ओपीडी में आने वाले तीस फीसदी मरीज इन बीमारियों से ग्रसित हैं। डॉक्टरों का कहना है कि दूषित पेयजल की सप्लाई इसका बड़ा कारण है। लोगों को नल से आने वाले पानी को सीधे पीने से बचना चाहिए। पहले इसका ट्रीटमेंट जरूरी है। पेयजल की सप्लाई साफ हो तो लोगों को संक्रमित होने से बचाया जा सकता है। अगर पेट में तेज दर्द या ऐंठन हो और उल्टी-दस्त होने लगे तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

ऐसे होगा बचाव

बाजार में बिकने वाले लूज वाटर को पीने से बचें

नल से आने वाले पानी को पहले उबालकर छाने फिर सेवन करें

पानी को साफ बर्तन में रखा जाए। खुले बर्तन में पानी रखने से गंदगी के चांसेज होते हैं

एक बाल्टी पानी में क्लोरीन की गोली डालकर भी उसे यूज किया जा सकता है।

02

दिन ही लिया गया एक पखवारे में पानी की सैंपल

18

मोहल्ले ही किए गए हैं अब तक कवर

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फीसदी मरीज पानी जनित बीमारियों के पहुंच रहे अस्पताल

जल संस्थान द्वारा तिथि तय करने के बाद हमारी टीम जांच के लिए जाती है। उनको नियमित रूप से पानी की जांच कराने के लिए कहा गया है। फेल पाए गए नमूनों के आधार पर पेयजल सप्लाई में सुधार किया जाता है।

डॉ। एएन मिश्रा,

प्रभारी जिला संक्रामक रोग सेल, स्वास्थ्य विभाग

इमरजेंसी में आने वाले मरीजों में अधिकतर उल्टी-दस्त के होते हैं। उनको तत्काल ट्रीटमेंट देकर भर्ती किया जाता है। गर्मियों में पेयजल की सप्लाई को दुरुस्त रखना जरूरी है। वरना संक्रमण फैल सकता है।

-डॉ। शक्ति बसु,

कॉल्विन हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive