बीएसएफ से बर्खास्त जवान तेज बहादुर अब बहन जी के लिए चुनाव प्रचार करेंगे। उन्होंने कहा कि नकली चौकीदार के खिलाफ असली चौकीदार की लड़ाई जारी रहेगी।


varanasi@inext.co.inVARANASI: बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव का रिश्ता बनारस से हमेशा के लिए जुड़ गया। गुरुवार को सपा व बसपा गठबंधन की प्रत्याशी शालिनी यादव ने तेज बाहदुर को राखी बांध कर अपनी जीत का आशीर्वाद मांगा। तेज बहादुर यादव ने कहा कि मुझे बहन मिल गयी है। अपनी बहन की जीत के लिए मैं अपनी जान दांव पर लगा दूंगा। तेज बहादुर यादव ने बताया कि वह पांच भाई हैं लेकिन उनकी कोई बहन नहीं थी। शालिनी यादव के रुप में उन्हें बहन मिल गयी है।जारी रहेगी नकली चौकीदार के खिलाफ असली चौकीदार की लड़ाई


बिना पीएम नरेन्द्र मोदी का नाम लिए तेज बहादुर ने कहा कि नकली चौकीदार के खिलाफ असली चौकीदार की लड़ाई जारी रहेगी। राखी बांधने के बाद शालिनी यादव ने कहा कि आज का दिन मेरे लिए बड़ा सौभाग्य का है। देश की सेवा करने वाले बहादुर फौजी भाई से मेरी पहली बार मुलाकात हुई है। इनसे मिल कर और भी ज्यादा गौरवांवित महसूस कर रही हूं। उन्होंने कहा कि मुझे पता चला कि तेज बहादुर यादव जी के पांच भाई है और बहन नहीं है इसलिए बहन बन कर भाई को राखी बांधी है और यह रिश्ता भी मेरा जुड़ा है जो राजनीति से परे आजीवन रहेगा।

 


शालिनी यादव ने पहले ही भर दिया था सपा से पर्चाअखिलेश यादव व मायावती के महागठबंधन के तहत शालिनी यादव ने सबसे पहले सपा से नामांकन किया था इसके बाद सपा के दूसरे गुट ने बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव को भी सपा प्रत्याशी के तौर पर नामांकन करा दिया था। इसके बाद सपा ने ट्वीट करके तेज बहादुर यादव को प्रत्याशी बना दिया था लेकिन चुनाव आयोग ने तकनीकी कारणों से तेज बहादुर यादव का पर्चा निरस्त कर दिया था जिसके बाद शालिनी यादव के सपा व बसपा प्रत्याशी के रुप में चुनाव लडऩे पर मुहर लग गयी थी।

Posted By: Molly Seth