MEERUT : रेगुलर कोर्स में एडमिशन नहीं मिल रहा है तो डिस्टेंस लर्निंग ओपेन यूनिवर्सिटी से आप ग्र्रेजुएशन कर सकते हैं. मेरठ में इग्नू और अन्य यूनिवर्सिटी के कई सेंटर हैं. एडमिशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इसके अलावा सेल्फ फाइनेंस कालेज में भी एडमिशन की काफी गुंजाइश है.


रिजल्ट आने का सिलसिला खत्म हो चुका है। अब दौड़ लगी है कॉलेजों में दाखिले की। फस्र्ट च्वाइस रेगुलर कॉलेज, सेकेंड च्वाइस प्राइवेट कॉलेज होते हैं। लेकिन जो स्टूडेंट्स इनमें भी जगह नहीं बना पाते। या जो ग्रेजुएशन के साथ ही कोई प्रोफशनल कोर्स भी करते हैं या सिविल सर्विसेज की तैयारी करना चाहते हैं। उनके लिए ओपन यूनिवर्सिटी सबसे अच्छा जरिया है।

इग्नू का जवाब नहीं

डिस्टेंस कोर्स कराने में इग्नू का अपना नाम है। इग्नू देश की सबसे बड़ी ओपन यूनिवर्सिटी है। जो करीब 250 कोर्स कंडक्ट कराती है। जिसमें से 100 कोर्स मेरठ में भी चलाए जा रहे हैं।

इग्नू के कुछ कोर्स

बीए

बीसीए

बीए, टूरिजम स्टडीज

- बीकॉम

- बैचलर ऑफ सोशल वर्क

- डिप्लोमा इन यूथ इन डवलपमेंट वर्क

- डिप्लोमा इन अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजूकेशन

- डिप्लोमा इन टूरिजम स्ट्डीज

- डिप्लोमा इन क्रिएटिव राइटिंग इन इंग्लिश

- डिप्लोमा इन उर्दू

- डिप्लोमा इन एचआईवी एंड फेमिली एजूकेशन

- डिप्लोमा इन पेरालीगल प्रैक्टिस

- सर्टिफिकेट इन जैप्नीज लैंग्वेज

- सर्टिफिकेट इन डिजास्टर मैनेजमेंट

- सर्टिफिकेट इन एनवायरमेंटल स्टडीज

- सर्टिफिकेट इन कम्यूनिटी रेडियो

- सर्टिफिकेट इन फूड सेफ्टी

- सर्टिफिकेट इन ह्यूमन राइट

 

नोट - ये सभी कोर्स 1500 से दस हजार रुपए तक की फीस रेंज में हैं।

सबके लिए

बैचलर ऑफ प्रीपेट्री प्रोग्राम, कोर्स ऐसे लोगों के लिए है जो आज तक किसी कारण से पढ़ नहीं पाए। 18 साल से ज्यादा उम्र का हर व्यक्ति इस कोर्स को कर सकता है। छह महीने के 850 रुपए की फीस का ये कोर्स करने के बाद कंडीडेट ग्रेजुएशन करने के लिए एलीजिबल हो जाता है। सरकारी मान्यता होने के कारण कंडीडेट आईएएस और पीसीएस जैसे एग्जाम देने के लिए भी मान्य होता है।

नौकरी और पढ़ाई साथ-साथ

इग्नू से पढऩे के क्या फायदे, ओपन यूनिवर्सिटी होने के कारण कहीं सिविल सर्विसेज में महत्ता तो कम नहीं हो जाएगी। क्या कोर्स जॉब ओरिएंटेड हैं? कुछ इसी तरह के मुद्दों पर हमने बात की इंडिया के सबसे सीनियर इग्नू कोर्डिनेटर प्रो। महेश चंद्रा से। प्रो। महेश मेरठ कॉलेज में इग्नू सेंटर को चलाते हैं और 16 साल से लगातार सेंटर कोर्डिनेटर हैं

इग्नू किन के लिए बनाई गई है?

इग्नू एक ओपन यूनिवर्सिटी है जो ऐसे लोगों के लिए शुरु की थी जो एक जगह स्थाई रुप से रह कर पढ़ाई नहीं कर पाते।

एग्जाम पैटर्न क्या है?

इग्नू में रजिस्ट्रेशन कराने के बाद आप इंडिया में कहीं पर भी एग्जाम दे सकते हैं। एग्जाम फार्म पर आपको अपनी पसंद का एग्जाम सेंटर भरना होगा।

क्या इग्नू प्लेसमेंट सुविधा भी देती है?

अभी तक इग्नू प्लेसमेंट सुविधा नहीं देती थी। पर अब ये भी शुरू होने जा रहा है। पास आउट स्टूडेंटस के लिए वेबसाइट पर एक लिंक दिया गया है। जहां पर अपनी डिटेल सबमिट करने के बाद आपके लिए बेस्ट जॉब को तलाश कर आपको सूचित किया जाएगा।

मेरठ सेंटर पर सबसे फेमस कोर्स कौन से हैं?

वैसे तो इग्नू के 250 कोर्स चलते हैं। सभी फेमस हैं, पर हमने सिर्फ 100 कोर्स ही मेरठ में एक्सेप्ट किए हैं। उनमें से डिप्लोमा इन फूड एंड न्यूट्रिशन, बीलिस, चाइलड एर्ली केयर, बीएसडब्लू, बीएड, एमएड, रूरल डवलपमेंट जैसे कोर्स मेरठ सेंटर पर खासे पसंद किए जाते हैं।

मेरठ में और कितने इग्नू सेंटर हैं?

मेरठ में आरजी कॉलेज, डीएन कॉलेज और एनएएस कॉलेज में भी इग्नू सेंटर हैं। पर वो अभी शुरु ही हुए हैं और मेरठ कॉलेज का सेंटर 16 साल पुराना है।

आप इंटर पास स्टूडेंटस को क्या सलाह देते हैं?

मैं अपने स्टूडेंटस को कहता हूं कि वो एक डिग्री तो रेगुलर कॉलेज से करते रहें। वहीं दूसरी तरफ किसी भी एक कोर्स में इग्नू में रजिस्ट्रेशन करा लें। इससे जब वो तीन साल बाद रेगुलर डिग्री पुरी करेगा, तब तक इग्नू की डिग्री भी उसे मिल जाएगी।

इग्नू अन्य ओपन यूनिवर्सिटी से कैसे अलग है?

इग्नू का सिलेबस फ्रेम करने के लिए जो लोग रखे गए हैं, वो इंडिया के बेस्ट लोगों में से हैं। टाइम टू टाइम सिलेबस रिवाइज होता रहता है। सभी नई चीजें सिलेबस में टाइमली जोड़ दी जाती हैं। इग्नू का सिलेबस अधिकतर रेगुलर यूनिवर्सिटी से अच्छा माना जाता है।

इग्नू से पढऩे के बाद सिविल सर्विसेज में तो कोई प्रॉब्लम नहीं होगी?

इग्नू के डिग्री कोर्सेज को सरकार ने मान्यता दी हुई है। सिविल सर्विसेज में इससे कोई प्राब्लम नहीं होती। बल्कि इग्नू के वाइड कोर्स को पढऩे के बाद स्टूडेंटस बहुत आराम से सिविल के एग्जाम पास कर सकते हैं।

इग्नू से पढऩे के फायदे

- भारत में कभी पर भी रजिस्ट्रेशन कराएं और कहीं पर भी एग्जाम दें।

- स्टडी मैटीरियल घर पर पहुंचाया जाता है।

- ग्रेजुएट स्टूडेंटस को सिविल सर्विसेज के लिए मान्य माना जाता है।

- इग्नू से ग्र्रेजुएशन करने के बाद पीजी रेगुलर भी कर सकते हैैं

- 18 साल से ज्यादा उम्र का अनपढ़ व्यक्ति बीपीपी कोर्स करने के बाद ग्रेजुएशन कर सकता है और सरकारी के लिए योग्य माना जाता है।

- एनरोलमेंट नंबर और रोल नंबर एक ही होता है।

- पेपर अपनी मर्जी से दे सकते हैं।

- एग्जाम डेट 1 जून से 30 जून और 1 दिसंबर से 30 दिसंबर तक फिक्स है, ये हर बार चेंज नहीं की जाती।

- मेरठ कॉलेज सेंटर को बेस्ट सेंटर का अवार्ड भी मिल चुका है।

- सभी कोर्स जॉब ओरिएंटेड हैं।

- सीए या सीएस एंट्रेंस पास करके पढऩे वालों को सीए या सीएस कंटीन्यू रखने पर सिर्फ पांच पेपर पास करके ग्रेजुएशन की अलग डिग्री दी जाती है।

- एक साल में दो बार एडमिशन दिए जाते हैं, जनवरी और जुलाई में।

- छोटे कस्बों में भी लर्निंग सेंटर मौजूद हैं।

सेल्फ फाइनेंस में कालेज भी काफी सीटें

हमारे जिले में बहुत से कालेज है जो सेल्फ फाइनेंस चलाये जा रहे हैं। इनमें करीब-करीब सभी कोर्स हैैं। यहां भी एडमिशन के अप्शन देख सकते हैं।

परंपरागत कोर्स कराने वाले सेलफ फाइनेंस कॉलेज

डॉ। अंबेडकर डिग्री कॉलेज

बीए - हिंदी, अंग्रेजी, राजनीति शास्त्र, इतिहास, अर्थशास्त्र, दर्शन शास्त्र - 140

लक्ष्मी देवी कन्या डिग्री कॉलेज, मवाना

बीए - हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, समाजशास्त्र, राजनीति शास्त्र, अर्थशास्त्र - 280

गांधी स्मारक देवनागरी महाविद्यालय, परीक्षितगढ़

बीए - हिंदी, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, संस्कृत, भूगोल, समाजशास्त्र, गृह विज्ञान, इतिहास - 240

बीकॉम - 120

बीएससी - कृषि - 120

फैज ए आम डिग्री कॉलेज

बीए - हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, इतिहास, राजनीतिशास्त्र, अर्थशास्त्र, चित्र कला - 280

बीकॉम - 120

स्वामी कल्याण देव कॉलेज, हस्तिनापुर

बीए - हिंदी, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, समाज शास्त्र, राजनीति शास्त्र, इतिहास, होम साइंस - 140

भवानी डिग्री कॉलेज शहाजहां पुर

बीए - हिंदी, अंग्रेजी, गृह विज्ञान, समाज शास्त्र, राजनीति शास्त्र, अर्थशास्त्र, इतिहास - 140

नवजीवन किसान महाविद्यालय, मवाना

बीएससी कृषि - 60

डीएवी डिग्री कॉलेज, खरखौदा

बीए - हिंदी, अंग्रेजी, राजनीति शास्त्र, अर्थ शास्त्र, समाज शास्त्र, इतिहास, चित्रकला - 140

कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल एजूकेशन, सिसौली

बीए - हिंदी, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र, समाजशास्त्र, शिक्षा शास्त्र, गृह विज्ञान - 140

बीकॉम - 60

आधारशिला कॉलेज ऑफ एजूकेशन

बीकॉम - 60

चौधरी बशीर खान कॉलेज

बीए - हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, समाज शास्त्र, चित्रकला - 140

बीकॉम - 60

मोहन कॉलेज ऑफ टीचर्स एजूकेशन

बीए - 140

डीपीएम इंस्टीट्यूट ऑफ एजूकेशन

बीए - हिंदी, अंग्रेजी, समाजशास्त्र, संगीत - 140

हाईनेस कॉलेज ऑफ एजूकेशन

बीकॉम - 120

बीए - हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, राजनीतिशास्त्र, समाज शास्त्र, अर्थशास्त्र, शिक्षा शास्त्र - 240

आरके कॉलेज

बीए - हिंदी, अंग्रेजी, राजनीतिशास्त्र, समाज शास्त्र, अर्थशास्त्र, शिक्षाशास्त्र - 140

बीकॉम - 60

ज्ञान भारती इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलाजी

बीए - 140

Posted By: Inextlive