टैग की टेंशन से परेशान ट्रांसपोर्र्ट्स
आरएफआईडी टैग न लगने से थमे हजारों वाहनों के पहिए
विभाग की ओर से आज लगाया जाएगा शिविर Meerut। सड़क ट्रांसपोर्ट के माध्यम से होने वाली प्रत्येक वाणिज्य गतिविधि और माल की निगरानी प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए विभाग द्वारा जारी की गई आरएफआईडी टैग व्यवस्था ट्रांसपोर्टर्स के लिए परेशानी का सबब बन चुकी है। ऐसे में ट्रांसपोर्टर की सात से आठ हजार गाडि़यां टीपीनगर मे खड़ी हुई हैं। ये है स्थिति 1 नवंबर से लागू हुई आरएफआईडी यानि रेडियो फ्रीक्वेंसी आईडेंटिफिकेशन टैग व्यवस्था। वस्तु एंव सेवा कर के नियमावली 2017 के उप-नियम 138 ए के अनुसार टैग व्यवस्था हुई सभी ट्रांसपोर्ट वाहनों के लिए अनिवार्य ट्रांसपोर्टर्स को अब माल की आवाजाही से पहले विभाग के पोर्टल पर फार्म जीएसटी ईडब्ल्यूबी 01 भरना होगा। पोर्टल से ट्रांसपोर्टर को जारी होगा आरएफआईडी टैग।वाहनों के फ्रंट शीशे पर टैग लगाने के बाद ही हो सकेगी वाहनों की आवाजाही
250 वाहनों पर वाणिज्य कर की ओर से शुक्रवार को लगाया गया टैग। 8 हजार करीब ट्रांसपोर्ट वाहनों पर टैग लगना शेष। 100 रुपये प्रति गाड़ी निर्धारित की गई है टैग फीस टैग पर लगे बार कोड में माल से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी होंगी फीड।इस प्रक्रिया में ट्रांसपोर्टर की शुरुआती समस्या को देखते हुए विभाग द्वारा ऑन स्पॉट टीपीनगर में जाकर टैग लगवाए जा रहे हैं। इसके बाद ट्रांसपोर्टर आसानी से पोर्टल से टैग ले सकता है।
ओ.पी। वर्मा, एडीसी टैग व्यवस्था से त्योहार के दौरान ट्रांसपोर्टर की परेशानी ओर अधिक बढ़ गई है। आठ हजार गाडि़यां बिना टैग के टीपीनगर में खड़ी हैं। विभाग द्वारा टैग लगाने का काम काफी धीमी गति से किया जा रहा है। इससे ट्रासंपोर्टर को बड़ा नुकसान होगा। गौरव शर्मा, अध्यक्ष, ट्रांसपोर्टर्स एसोसिशन