शराब के ठेकों को नहीं मिल रहे खरीदार
-नए वित्तीय वर्ष में 333 दुकानों को अभी भी खरीदारों का इंतजार
-अब तक 3180 करोड़ में से 1100 का राजस्व का दावा -बीते वर्ष 2650 करोड़ था लक्ष्य, 2800 करोड़ राजस्व हासिल देहरादून, नए वित्त वर्ष के लिए नई शराब की दुकानों का आवंटन के बाद नए रेट के साथ नया सत्र भी शुरू हो गया है. लेकिन, राज्य की कुल 626 देशी, विदेशी और बीयर की दुकानों में से अब तक केवल 286 दुकानें ही आवंटित हो पाई हैं. अब भी 333 दुकानों को सेल आउट होने का इंतजार है. हालांकि आबकारी निदेशालय के आलाधिकारियों के दावों पर विश्वास करें तो अगले हफ्तेभर के भीतर सभी दुकानों का आवंटन हो जाएगा. इधर, दून सहित नगर निगम क्षेत्रों में शराब की दुकानें रात 11 बजे तक खुले रहने की व्यवस्था भी शुरू कर दी गई है. 333 दुकानों का आवंटन नहींनए वित्त वर्ष के लिए राज्य आबकारी विभाग ने केंद्रीय चुनाव आयोग से पहले ही अनुमति ले ली थी. जिसके बाद दुकानों के आवंटन के लिए शुरू हुई ई-टेंडरिंग प्रक्रिया के तहत नए वित्तीय वर्ष के पहले दिन तक राज्य के सभी जिलों में 286 शराब की दुकानों के आवंटन का रिकॉर्ड दर्ज किया गया. ज्वाइंट कमिश्नर टीके पंत ने बताया कि पहले दिन बैंक बंद होने के कारण आवेदन करने वाले दुकानदारों की ओर से ड्राफ्ट जमा न हो पाने के लिए आवंटन में दिक्कत आई है. जबकि चुनाव के कारण कैश जमा नहीं हो पा रहा है. लेकिन, आने वाले दिनों सभी दुकानों का आवंटन पूरा हो जाने की उम्मीद है.
11 बजे तक खुलेंगे ठेके बताया गया है कि आबकारी नीति के तहत नगर निगम क्षेत्रों में रात 11 बजे तक शराब की दुकानें खुली रहने की मंजूरी मिलने के बाद मंडे से यह व्यवस्था शुरू हो चुकी है. जिला आबकारी अधिकारी मनोज उपाध्याय ने बताया कि दून नगर निगम क्षेत्र के अलावा बाकी नगर निगम क्षेत्रों में रात 11 बजे तक शराब की दुकानें खुली रहेंगी. अब तक 1100 करोड़ राजस्व ज्वाइंट कमिश्नर टीके पंत ने बताया कि इस वित्त वर्ष के लिए अब तक 1100 करोड़ का राजस्व दुकानों के आवंटन से हासिल हो चुका है. जबकि लास्ट इयर 2650 लक्ष्य की तुलना में 2800 करोड़ हासिल किया गया था, जो अब तक सालाना लक्ष्य की तुलना में सबसे ज्यादा है. महंगी हुई शराबनए वित्तीय वर्ष में प्रति बोतल प्रिंट रेट में 100-150 रुपए की बढ़ोत्तरी आंकी गई है. जिला आबकारी अधिकारी मनोज उपाध्याय ने इसकी पुष्टि की है. दून जिले में अभी भी 38 शराब की दुकानों का आवंटन होना बाकी है. जिसमें 14 विदेशी और 24 देशी शराब की दुकानें शामिल हैं.
मुख्य बिन्दु -गत वर्ष रखा गया था 2650 करोड़ का टारगेट. -इस वित्तीय वर्ष में रखा गया है 3180 करोड़ का लक्ष्य. -राज्य के 13 जिलों में कुल दुकानों की संख्या 626. -इनमें से देशी दुकानों की संख्या 248. -जबकि विदेशी दुकानों की संख्या 364. -बीयर की दुकानों की संख्या 7. -अब तक सेल आउट हुई दुकानों की संख्या 286. -बाकी रह गई कुल दुकानों की संख्या 333.