PATNA (25 June) : खगडि़या के जिला जज की बेटी ने प्रेम किया तो पिता ने ही घर में बंधक बना लिया। हाईकोर्ट ने पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक को बंधक बनाई गई लड़की को मंगलवार को हाजिर कराने का निर्देश दिया। मुख्य न्यायाधीश राजेन्द्र मेनन ने कहा कि हमारे साथ भी ऐसे लोग हैं यह जानकर हम शर्मिदा हैं। किसी के संवैधानिक अधिकारों इस तरह से दफन नहीं किया जा सकता है? मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने ऑनलाइन पोर्टल बार एंड बेंच में प्रकाशित एक रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लिया।

कानून की स्नातक है बेटी

खगडि़या के जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुभाष चन्द्र चौरसिया की पुत्री कानून की स्नातक है। वह पटना के चाणक्य लॉ यूनिवर्सिटी की छात्रा रही है। सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले एक युवक से उसका प्रेम संबंध है। 2012 में अपनी इंटर्नशिप के दौरान दिल्ली के साकेत में दोनों की मुलाकात हुई थी। युवती ने 6 मई को दिल्ली में युवक को अपनी मां से मिलाया। मां उसे बिना परीक्षा दिलाए खगडि़या ले आई। लड़की के घर से बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई। युवक को शक है कि उसकी हत्या कर दी गई है। कोर्ट ने मामले में महिला अधिवक्ता अनुकृति जयपुरियार से सहयोग करने का निर्देश दिया। सुनवाई में जिला जज की ओर से वकील भी मौजूद थे, किन्तु उन्हें कार्यवाही में भाग लेने की अनुमति नहीं दी गई।

Posted By: Inextlive