सीबीएसई इंटरमीडिएट में डीपीएस बरेली से ज्योति सिंह ने पाए 98.6 प्रतिशत मा‌र्क्स और बन गईं टाॅपर। वर्डन लेकर नहीं कुछ सीखने के लिए की पढ़ाई सिविल सर्विसेज में जाना है लक्ष्य...


BAREILLY: कभी वर्डन लेकर और घड़ी को देखकर पढ़ाई नहीं की, लेकिन जितने टाइम भी पढ़ाई की पूरा मन लगाकर की. यह कहना है सीबीएसई इंटरमीडिएट में डिस्ट्रिक्ट टॉपर बनी ज्योति सिंह का. ज्योति सिंह ने इंटरमीडिएट सीबीएसई में डिस्ट्रिक्ट टॉप कर कॉलेज ही नहीं बरेली का नाम भी रोशन किया है. ज्योति सिंह अब आगे ग्रेजुएशन कर सिविल सर्विसेज में जाना चाहती हैं.सोशल मीडिया गलत नहीं
शहर के इज्जतनगर के रहने वाले जितेन्द्र सिंह एनईआर में लोको पायलट हैं. उनकी पत्नी मालती सिंह हाउस वाइफ हैं. जितेन्द्र सिंह की बेटी ज्योति सिंह ने सीबीएसई इंटरमीडिएट में 98.6 प्रतिशत मा‌र्क्स हासिल कर डिस्ट्रिक्ट में नाम रोशन किया है. ज्योति का कहना है कि वह आज के दौर में बढ़ते हुए सोशल मीडिया को कतई गलत नहीं मानती हैं. क्योंकि सोशल मीडिया गलत नहीं है बस खुद पर कंट्रोल जरूरी है. कहा जाए जिस तरह का स्टूडेंट्स का एप्टीट्यूड होगा उसे उसी तरह का प्लेटफार्म मिलेगा. ज्योति का कहना है कि वह किसी को आदर्श तो नहीं मानती हैं लेकिन एपीजे अब्दुल कलाम, महात्मा गंाधी और अटल बिहारी वाजपेयी जी की अच्छी क्वालिटी से जरूर प्रभावित हुई हैं.सिविल सर्विसेज में जाना लक्ष्य


ज्योति सिंह का कहना है कि उनका लक्ष्य डीयू से ग्रेजुएशन कर सिविल सर्विसेज में जाना है. जिसके लिए वह लगातार प्रयासरत हैं. क्योंकि सिविल सर्विसेज के माध्यम से ही वह देश में कुछ समस्याओं को दूर करना चाहती है. ज्योति सिंह को बुक रीडिंग और म्यूजिक सुनना भी पंसद है.

Posted By: Radhika Lala