-महिला अस्पताल में काफी दिनों से डॉक्टर्स की कमी

- ओपीडी में दो से तीन मिनट ही मरीजों को समय दे पातें हैं डॉक्टर्स

- ओपीडी, मेडिकोलीगल और ओटी का काम प्रभावित

GORAKHPUR: सिटी के जिला महिला अस्पताल में डॉक्टर्स की कमी से मरीजों का इलाज प्रभावित हो रहा है। हर दिन डॉक्टरों के सामने मरीजों की लंबी कतार लगी रहती है जिससे वे सही ढ़ंग से उनका स्वास्थ्य परीक्षण नहीं कर पाते हैं। काफी दिनों से महिला रोग स्पेशलिस्ट की कमी झेल रहे महिला अस्पताल में कभी ओपीडी तो कभी मेडिकोलीगल और ओटी का काम प्रभावित हो रहा है। बावजूद इसके जिम्मेदार यहां डॉक्टरों की कमी को पूरा करने में असफल हैं।

हर दिन लगती मरीजों की कतार

जिला महिला अस्पताल में महिलाओं के इलाज के लिए कुल 27 डॉक्टर्स तैनात हैं। इसमें से चार महिला रोग स्पेशलिस्ट ने समस्या बताते हुए काम छोड़ दिया। वहीं वर्तमान में 14 महिला रोग स्पेशलिस्ट, 4 बाल रोग स्पेशलिस्ट और एनेस्थीसिया के 2 डॉक्टर्स तैनात हैं। जबकि मरीजों का पंजीकरण एक दिन में 600 से 700 के बीच होता है। इसके साथ ही चार वार्ड, एक लेबर रूम, एक ऑपरेशन थियेटर और 24 घंटे आपात काल सेवा डॉक्टर्स अलग से देते हैं।

गंभीर मरीजों को करते बीआरडी रेफर

जिला महिला अस्पताल में रात के समय गंभीर मरीजों को बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर किया जा रहा है। जिससे परेशान मरीज के तीमारदार प्राइवेट नर्सिग होम की तरफ रूख करने को मजबूर हैं। हाल ये है कि महिला जिला अस्पताल में डॉक्टर की कमी के चलते रात के समय एक भी सीजेरियन नहीं हो पा रहा है।

महिला अस्पताल मे कुल डॉक्टर्स की संख्या --27

समस्या दिखाकर काम छोड़ने वाले डॉक्टर -04

बाल रोग विशेषज्ञ --04

महिला रोग विशेषज्ञ--14

एनेस्थेटिक--02

एक माह में सिजेरियन --150-200

नॉर्मल डिलेवरी--250-300

प्रतिदिन ओपीडी की संख्या-600-700

कोट

अस्पताल में कई दिनों से भर्ती हूं। दवा इलाज तो मिल रहा है लेकिन रात में अक्सर दिक्कत होती है तो डॉक्टर समय से नहीं पहुंच पाते हैं।

मोनी, प्रेग्नेंट लेडी

पेट में काफी तेज दर्द था। घरवालों ने अस्पताल में भर्ती करवाया है। इमरजेंसी में डॉक्टर ने देखकर वार्ड में भेजा है।

संगीता, प्रेग्नेंट लेडी

अस्पताल की व्यवस्था तो बिल्कुल ठीक है। साफ-सफाई भी हर मिनट पर होती है। दिक्कत होने पर डॉक्टर के लिए गुहार लगाना पड़ता है।

रेखा, प्रेग्नेंट लेडी

वर्जन

महिला अस्पताल में डॉक्टर्स की कमी है। शासन को डॉक्टर्स और कर्मचारियों के रिक्त पदों की सूची भेजी गई है। जल्द ही समस्या का समाधान कर लिया जाएगा।

डॉ। डीके सोनकर, एसआईसी जिला महिला अस्पताल

Posted By: Inextlive