-पहले दिन ही हांफी शहर पश्चिमी की पब्लिक, ट्रैफिक डिपार्टमेंट के कर्मचारी भी तैयारी के बावजूद हुए परेशान

लोग बोले ऐसे हो इंतजाम

-कानपुर रोड और सुलेमसराय से आने वाले सभी वाहनों को चौफटका होते हुए सप्लाई डिपो से गुजारा जाए।

- राजरूपपुर, झलवा और कानपुर रोड पर सुलेमसराय की तरफ जाने वाले वाहनों को ही पुराने जीटी रोड की तरफ ले जाते हुए पुल पर चढ़ाया जाए।

-राजरूपपुर, झलवा की तरफ से जिन्हें आना है, उन्हें लूकरगंज होते हुए पानी टंकी पुल पर चढ़ाया जाए।

-ट्रैफिक डायवर्जन ऐसे हो कि किसी भी रूट पर जाम न लगने पाए और पब्लिक आराम से निकल जाए,

- डायवर्जन के लिए बोर्ड लगाने के साथ ट्रैफिक पुलिस के जवानों के साथ एनसीसी और स्काउट गाइड वालों की मदद लें।

ALLAHABAD: शहर पश्चिमी के लोग मंगलवार को सुबह ऑफिस के लिए निकले तो सब सामान्य था। रोजाना की तरह लोग दिन भर ऑफिस में व्यस्त रहे। शाम को जब घर के लिए चले तो जाम में फंस गए। कारण, दिन में दो बजे के बाद बंद कर दी गई पानी टंकी चौक से चौफटका तक की रोड। इसके बाद जो जाम लगना शुरू हुआ तो शाम तक पानी टंकी चौराहा, खुशरूबाग रोड, लूकरगंज, हिम्मतगंज, करबला चौराहा से लेकर चौफटका पुल व सुलेमसराय तक पहुंच गया।

विभागों ने नहीं की प्लानिंग

मंगलवार की वजह डायवर्जन को लेकर डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन, पुलिस, एडीए, नगर निगम, रोडवेज और ट्रैफिक डिपार्टमेंट का साथ न आना रहा। यह तब हुआ जब लगभग 20 दिन पहले से सबको जानकारी थी कि सात अगस्त से रोड बंद करनी है। रोड ब्लॉक होने के बाद ट्रैफिक पुलिस को रोड पर उतारा गया तो वे भी अचानक बढ़े ट्रैफिक को संभाल नहीं पाए। उधर घर पहुंचने की जल्दी में लोगाें ने आड़ा-तिरछा वाहन घुसाकर समस्या बढ़ा दी।

सड़कों की मरम्मत ही करा देते

पानी टंकी से सुलेमसराय जाने का मुख्य रास्ता बंद होने के बाद ट्रैफिक का बोझ नवाब युसुफ रोड, पानी टंकी पुल, खुशरूबाग रोड, ओल्ड जीटी रोड, हिम्मतगंज, करबला चौराहा के साथ ही चौफटका पुल और लूकरगंज की सड़कों व गलियों पर आएगा। सड़क चौड़ीकरण करा रहे एडीए के अधिकारियों को भी ये पता था, इसके बाद भी इनकी मरम्मत नहीं कराई गई।

नवाब युसुफ रोड पर चलना खतरनाक

मुख्य रास्ता बंद होने के बाद नवाब युसुफ रोड पर भीषण जाम की स्थिति बनी रही। वजह, सड़क किनारे नाला बनाने के लिए गड्ढा खोदा गया है। इसके अलावा पहले से संकरी रोड पर जगह-जगह बोल्डर गिराकर छोड़ दिया गया है।

वर्जन

किसी काम को पूरा करने के लिए आधे शहर की जनता का रास्ता रोकना और जाम के झाम में धकेलना उचित नहीं है।

मो। आजम

पार्षद चकिया

एडीए शहर की हर रोड को खोद कर छोड़ने की बजाए एक-एक रोड पर फाइनल वर्क कराती तो ये स्थिति नहीं आती।

रोचक दरबारी

पार्षद झूलेलाल नगर

डायवर्जन के बाद ओल्ड जीटी रोड पर जाम लगने के लिए कोई और नहीं बल्कि एडीए ही जिम्मेदार है।

विनोद सोनकर

पार्षद हिम्मतगंज

Posted By: Inextlive