- चौराहों पर करेंगे नुक्कड़ नाटक, कराएंगे यातायात के नियमों का पालन

- रंगमंच के पुराने कलाकारों से ले रहे प्रशिक्षण

पिछले दो महीनों से बनारस की पब्लिक को यातायात के नियमों का पाठ पढ़ा रहे दिव्यांग अब नए प्रयोग की तैयारी में हैं। शहर में रंगमंच के पुराने कलाकारों से प्रशिक्षण लेकर वह जल्द ही वह नुक्कड़ नाटक और छोटे-छोटे प्ले के माध्यम से जागरूकता फैलाएंगे। रंगमंच के जाने-माने कलाकार मोतीलाल गुप्ता इन्हें नाट्य कला में पारंगत बना रहे हैं।

स्क्रिप्ट भी कर रहे तैयार

शहर की व्यवस्था सुधारने के लिए दिव्यांगों को लाने वाले सीओ कैंट राकेश नायक ने बताया कि इन्हें 15 दिन की ट्रेनिंग दिलाई जा रही है। आगे कुछ और बड़े कलाकारों से रूबरू कराया जाएगा। खास यह है कि इनके नाटकों में कलाकार से लेकर स्क्रिप्ट राइटर तक यही दिव्यांग होंगे। जनपद में महीने भर की ट्रैफिक ड्यूटी के दौरान अपने अनुभवों पर यह दिव्यांग कहानियां तैयार कर रहे हैं। मोतीलाल गुप्ता इन्हें कहानियों से सीन बनाना और डायलॉग बोलना सिखा रहे हैं।

सर्किट हाउस के पिछले हिस्से में हर सुबह दो घंटे इनकी नाटक की कक्षा चल रही है। दिव्यांग खुद इस ट्रेनिंग को लेकर खासा उत्साहित हैं।

दिव्यांगों का बयान

सीओ साहब और गुरु जी के निर्देशन में हर रोज हम ट्रेनिंग करते हैं और दिन में कई बार इसकी रिहर्सल भी की जाती है।

राजू चौहान

यह जीवन का अलग अनुभव है। कोशिश यही है कि जो हमारे साथ हुआ वह किसी और के साथ होने से हम रोक सकें।

मुन्ना लाल

यह तरीका कुछ अलग होगा। सीओ सर ने हमारे सामने इसका प्रस्ताव रखा तो इनकार करने का सवाल ही नहीं था।

रविशंकर प्रजापति

जिंदगी हर रोज कुछ नया सिखाती है। ऐसे में हम सीखने और कुछ कर दिखाने का कोई मौका नहीं जाने देंगे।

संतोष कुमार सिंह

शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने का बीड़ा हमने उठाया है। सीओ साहब के मार्गदर्शन में यह पूरा होकर रहेगा।

कमलेश गुप्ता

बयान

दिव्यांगों के जरिए शहर की यातायात और कानून व्यवस्था सुधारने के प्रयास जारी हैं। इसमें इनकी मेहनत और समर्पण देखकर कभी-कभी आश्चर्य होता है।

राकेश नायक, सीओ कैंट

यह सभी दिमाग से काफी तेज हैं। नाट्य कला की छोटी-छोटी बारीकियां जिस तरह पकड़ रहे हैं वह नए कलाकारों के लिए भी नजीर है। शहर के प्रशिक्षु कलाकारों को एक बार इन्हें सीखते हुए देखना चाहिए।

मोतीलाल गुप्ता, रंगमंच विशेषज्ञ

Posted By: Inextlive