क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ: धरती पर अगर पेड़-पौधे हैं तो जीवन है. पेड़-पौधों के बिना तो जीवन की कल्पना ही बेकार है. लेकिन शहर के विकास के नाम पर पेड़ों को काटा जा रहा है. घने जंगलों को काटकर मैदान बना दिया जा रहा है. ऐसे में वह दिन दूर नहीं जब इंसानों को सांस लेने के लिए भी सोचना पड़ेगा. यह दिन हमारी अगली पीढि़यों को न देखना पड़े इसलिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट अप्रैल कूल अभियान चला रहा है. मंगलवार को अप्रैल कूल अभियान के तहत सिटी में एसएसपी अनीश गुप्ता समेत कई वरीय अधिकारियों ने पौधे लगाकर उसे बचाने का संकल्प लिया. साथ ही लोगों से अधिक से अधिक पौधे लगाने की अपील की. ताकि पर्यावरण को होने वाले नुकसान से बचाया जा सके.

वर्जन

पर्यावरण को बैलेंस रखने में पेड़-पौधों का अहम योगदान होता है. इससे हमें आक्सीजन तो मिलता है. वहीं धरती पर पानी को भी रोकने का यह साधन है. इस वजह से ही हमारे यहां बारिश होती है. पेड़-पौधे नहीं होंगे तो आक्सीजन नहीं मिलेगा और धरती पर जीवन खत्म हो जाएगा. इसलिए हमें अपनी लाइफ में हर साल दो पौधे जरूर लगाने चाहिए.

बिनोद कुमार दास, पीएस, मेयर

जिस तरह से पेड़-पौधों को काटा जा रहा है उससे गर्मी बढ़ती जा रही है. वहीं मौसम भी तेजी से बदल रहा है. पेड़ों के काटे जाने से ऑक्सीजन की कमी होती चली जाएगी. एक दिन ऐसा आएगा की सांस लेना भी दूभर हो जाएगा. ऐसे में पौधे लगाकर जहां हम अपने पर्यावरण को बचा सकते हैं. वहीं आने वाली पीढ़ी को नया जीवन भी मिलेगा.

संदीप कुमार, सिटी मैनेजर, आरएमसी

Posted By: Prabhat Gopal Jha