RANCHI: आजादी के सात दशक पूरे हो गए, लेकिन समस्याओं से आजादी अब तक नहीं मिली है। चाहे पीने के पानी की समस्या हो, बिजली की समस्या हो या दफ्तरों में लाइन लगने की। नौ दिनों तक दैनिक जागरण आईनेक्ट के कब मिलेगी आजादी कैंपेन में सिटी के युवाओं ने विभिन्न समस्याओं से आजादी के लिए विचार व्यक्त किए। सवाल सरकार की नीतियों पर भी उठे तो आम जनता की लापरवाही को भी उन्होंने कठघरे में खड़ा किया। कहीं जागरूकता का अभाव दिखा तो कहीं प्रयासों के बाद भी समस्याएं चौराहे पर खड़ीं दिखीं। कैंपेन के आखिरी दिन तमाम युवाओं ने आपस में डिबेट की और एक ही बात कही कि अगर करें ईमानदार प्रयास समस्याओं का निश्चित होगा निदान। लोग हों जागरूक, सरकार भी हो सचेत तो समस्याओं की आंधी बुलंद हौसलों और नेक इरादों के आगे टिक नहीं पाएगी।

क्या कहा लोगों ने

लाईन लगाने से आजादी दिलानी है तो सरकार को तकनीकों का इस्तेमाल करना होगा और लोग तकनीक को बेहतर समझें, इसके लिए उन्हें ट्रेंड करना होगा। दोनों तरफ ईमानदारी से ही सफलता मिलेगी।

-नेहा कुमारी

नैतिकता के साथ जब प्रशासनिक डंडा सख्त होगा, तो निश्चित डर से हमें आजादी मिलेगी। समय पर न्याय मिले और दोषियों को सजा मिले, प्रशासनिक खौफ बरकरार रहे तो हम डर से मुक्ति पा सकते हैं। साथ ही जागरूक और सतर्क रहें।

- शुभ्रा पांडा

सरकारी शिक्षण संस्थानों का सुदृढ़ीकरण और निजी शैक्षणिक संस्थानों की बाढ़ पर रोक लगाने के लिए सख्त कानून की जरूरत है। साथ ही अधिकारियों के बच्चों की सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की बाध्यता सुनिश्चित करने से महंगी शिक्षा से आजादी मिल सकती है और उत्कृष्ठ शिक्षा मिल सकती है।

- मेधा चक्रवर्ती

हर आवेदन के लिए समयसीमा सुनिश्चित हो, नहीं होने पर दंड का प्रावधान हो, आवेदक को दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़े और सरकारी महकमा तकनीक से लैस हो। तभी रिश्वतखोरी से निजात मिल सकती है। भ्रष्टाचार के दीमक को खत्म करना है तो ईमानदारों को तवज्जो और बेईमानों को दुत्कारना जरूरी है।

- सैय्यद तौहीद

बिजली को लेकर घोषणाओं का अंबार है, आधारभूत संरचनाओं का विकास नहीं हो रहा। साथ ही बेफिजुल की बिजली लोग जलाते हैं। अंडरग्रांउड वायरिंग बेहतर ऑप्शन हो सकती है। इसपर काम करना चाहिए। नीतियों का निर्धारण स्पष्ट होना चाहिए।

- अमृता सेन

आज लोग ग्रीन गैस के उत्सर्जन से परेशान हैं। इंडस्ट्रीयलाइजेशन के युग में लोग जंगलों को काट रहे हैं। बायोमेडिकल वेस्ट, इंडस्ट्रीयल वेस्ट, इलेक्ट्रॉनिक कचरे और डीजल आदि शहर को प्रदूषित कर रहे हैं। इसके डिस्पोजल की व्यवस्था होनी चाहिए।

- आसिफ खान

पानी जीवन का अहम हिस्सा है। लेकिन इसकी बर्बादी हो रही है। भूगर्भ का जल रिचार्ज नहीं हो पा रहा है। वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था होनी चाहिए। साथ ही लोगों को पीने लायक पानी मिले इसके लिए सरकार को ईमानदार प्रयास करना चाहिए। तभी हमें पानी की समस्या से आजादी मिल सकती है।

- आयशा चौधरी

आजादी के इतने सालों बाद भी हमारे सामने कई समस्याएं हैं। उसकी एक ही वजह है कि राजनैतिक नेतृत्व में इच्छाशक्ति का घोर अभाव। साथ ही आम जनता आने वाले भविष्य को लेकर जागरूक नहीं है। एक जागरूकता दूसरा प्रयास। ये दो अहम बिन्दु हैं, जिससे आप समस्याओं से आजादी पा सकते हैं।

- ज्योति

समस्याएं अनंत हैं, संसाधन सीमित हैं। संसाधनों में वृद्धि और उपयोगिता की सीमा सुनिश्चित करनी होगी। हमें ये सोचना होगा कि हम न्यूनतम संसाधनों के परिवेश में खुद हो ढालें और नए अविष्कारों और प्रयासों पर बल दें।

-वसीम

Posted By: Inextlive