डीएम ने नगर निगम व कंपनी कर्मचारियों के साथ की बैठक

दो-तीन दिनों के भीतर सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने के दिए ऑर्डर

DEHRADUN : अब सिटी की सफाई व्यवस्था की बागडोर डीएम डा। बीवीआरसी पुरुषोत्तम के हाथों में आ गई है। सिटी में दिनों दिन बदहाल होती सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए शासन द्वारा मंडे को निगम में बड़े फेरबदल किए। एमएनए अशोक कुमार से सारे अधिकार छीन लिए गए हैं। सिटी में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए मंडे को डीएम ने देर शाम तक प्रशासन, नगर निगम अधिकारियों, कंपनी के कर्मचारियों के साथ बैठक की। इस दौरान दो-तीन दिन के भीतर सिटी में सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने के ऑर्डर दिए गए हैं।

लगे रहेंगे कंपनी कर्मचारी

भले ही कंपनी ने सफाई व्यवस्था का कांट्रेक्ट विड्रॉ कर दिया है, लेकिन कंपनी के कर्मचारी निगम के साथ सफाई व्यवस्था में लगे रहेंगे।

इस व्यवस्था से परेशान है जनता

निगम की गाड़ी कूड़ा उठाने के लिए भले ही रोजाना नहीं पहुंचे, लेकिन महीना पूरा होने पर पैसे लेने के लिए कर्मचारी जरूर आ जाते हैं। निगम अधिकारी सिटी में सफाई व्यवस्था को मेंटेन नहीं कर पा रहे हैं। जहां देखो वही कूडे़ का ढेर लगा रहता है।

-एकता सचदेवा

स्वच्छ दून सुंदर दून का नारा लगाने से ही सिटी साफ-सुथरी नहीं होने वाली है। लगता है कि अब सिटी को साफ-सुथरा रखना निगम के वश की बात नहीं रह गई है। लोग प्राइवेट कूड़ा उठाने वालों को रखने पर मजबूर हैं।

-गीता सदाना

निगम कर्मचारी कई-कई दिन तक कूड़ा उठाने के लिए नहीं आते हैं। घर में कूडे़ का ढेर लग जाता है। गर्मियों में तो कूड़े के कारण दुर्गध से जीना मुहाल हो जाता है। साथ ही गंदगी के कारण बीमारियों का भी खतरा रहता है।

-बलविंदर

निगम की गाड़ी कभी आती है और कभी नहीं। रोजाना घर में कूड़े का ढेर लगा रहता था। इस कारण मैंने कूड़ा उठवाने के लिए प्राइवेट रिक्शा वाला ही रख लिया। अब कम से कम घर में कूड़ा तो नहीं रहता है।

-अंजू

Posted By: Inextlive