- नाबालिग रेप पीडि़ता की नवजात बेटी को डीएनए सैंपल लेने के बाद भेजा शिशु निकेतन

- पीडि़ता की अस्पताल से छुट्टी, परिजनों के साथ गई घर

- नवजात बच्ची को कारा के नॉ‌र्म्स के आधार पर दिया जाएगा गोद

देहरादून। 14 वर्ष की नाबालिग रेप पीडि़ता के साथ हुई हैवानियत का सबूत देकर उसकी नवजात बेटी को अब किसी और की बगिया सजाने का इंतजार है। मां के साथ रेप के आरोप साबित करने के लिए 9 दिन की बेटी का डीएनए सैंपल लेने के बाद उसे शिशु निकेतन भेज दिया गया है। वहीं, मां को भी हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। शिशु निकेतन में अब कारा के नॉ‌र्म्स पर बच्ची के एडॉप्टेशन की प्रोसेस की जाएगी। इस मासूम को इच्छुक परिवार 3 माह बाद एडॉप्ट करने के लिए एप्लाई कर सकते हैं।

आरोपी के डीएनए से मैच किया जाएगा सैंपल

14 वर्ष की एक नाबालिग को अधेड़ ने हवस का शिकार बनाया। उसने 9 दिन पहले ही एक प्रीमैच्योर बेटी को जन्म दिया। आरोपी जेल में है, लेकिन खुद पर लगे आरोपों को निराधार बता रहा है। ऐसे में आरोप की पुष्टि करने के लिए नाबालिग की नवजात का कोर्ट में डीएनए सैंपल लिया गया, जिसे आरोपी के डीएनए से मैच किया जाएगा।

पीडि़ता का भी लिया सैंपल

थर्सडे को मां बनी नाबालिग रेप पीडि़ता का भी कोर्ट में डीएनए सैंपल लिया गया। ये सैंपल इस बात का सबूत बनेगा कि नवजात उसकी बेटी है। दोनों का डीएनए सैंपल जांच के लिए भेज दिया गया है। इसके साथ ही नाबालिग रेप पीडि़ता को हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई है। वह परिजनों के साथ चली गई है।

शिशु निकेतन में रहेगी 9 दिन की मासूम

पीडि़ता के परिजनों ने बताया कि नवजात को शिशु निकेतन में भेजने के लिए चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्लूसी) को एप्लीकेशन दी गई थी। थर्सडे को कमेटी की टीम हॉस्पिटल पहुंची और लीगल फॉर्मेलिटी पूरी कर नवजात को अपने साथ ले गई, उसे शिशु निकेतन भेजा गया है, अब उसकी परवरिश वहीं होगी।

डीएनए रिपोर्ट में लगेगा एक माह

नेहरू कॉलोनी पुलिस के अनुसार डीएनए सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए हैं। आरोपी से सैंपल मैच किया जाएगा, जिसकी रिपोर्ट आने में करीब एक माह का वक्त लेगगा। इसके बाद ही रेप के आरोपों की पुष्टि हो पाएगी। नवजात को शिशु निकेतन भेज दिया गया है।

Posted By: Inextlive