समाजवादी पेंशन पाने वाले परिवारों में नहीं रहना चाहिए कोई निरक्षर

15 वर्ष से ऊपर के निरक्षरों को जोड़ना होगा साक्षरता मिशन से

फीरोजाबाद : अगर समाजवादी पेंशन के सहारे से परिवार की गाड़ी खींच रहे हैं तो बच्चों की पढ़ाई पर भी पूरा ध्यान देना होगा। घर में अगर कोई निरक्षर है तो उसे साक्षरता मिशन से जोड़़ने पर भी घर के मुखिया को संजीदा होना पड़ेगा। अन्यथा घर के किसी शख्स पर लगा निरक्षरता का कलंक मुखिया की पेंशन पर भी भारी पड़ सकता है। सरकार निर्धनों की मदद कर रही है, लेकिन इसके साथ में इन परिवारों को हर स्तर पर आगे बढ़ाने की मंशा है। लिहाजा अनिवार्य शिक्षा के अधिकार को भी इससे जोड़ा है।

समाजवादी पेंशन की मदद से सरकार निर्धनों की आर्थिक मदद कर रही है तो मंशा इन परिवारों का सामाजिक स्तर भी बढ़ाने की है। यही वजह है इस पेंशन को पाने वालों के लिए शिक्षा को अनिवार्य कर दिया है। शासन के द्वारा जारी किए गए आदेश में स्पष्ट निर्देश हैं कि समाजवादी पेंशन पाने वाले परिवारों के मुखिया अपने परिवार के छह वर्ष से 14 वर्ष तक के बच्चों को स्कूल भेजें। इन बच्चों की स्कूलों में नियमित हाजिरी के संबंध में भी निर्देश दिए हैं। वहीं 15 वर्ष से ऊपर के निरक्षर महिला-पुरुषों को साक्षरता मिशन से जोड़़ने के भी शासन के द्वारा निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने अब इन निर्देशों का कड़ाई से पालन कराने की तैयारी की है, ताकि गांवों में ज्यादा से ज्यादा निरक्षरों को साक्षरता मिशन से जोड़ा जा सके। फीरोजाबाद में करीब 37580 पात्रों को समाजवादी पेंशन का लाभ देने का लक्ष्य है।

प्रेरक देखेंगे कौन निरक्षर नहीं जुड़े मिशन से

इस संबंध में भारत साक्षर मिशन के सेकंडमेंट अफसर मुकेश शर्मा का कहना है इस संबंध में सभी प्रेरकों को निर्देश दिए गए हैं। प्रेरक अपने गांव में देखेंगे कि किन घरों में निरक्षर हैं जो भारत साक्षरता मिशन से नहीं जुड़ रहे हैं। अगर इन परिवारों के मुखिया को समाजवादी पेंशन का लाभ मिल रहा होगा तो इस संबंध में प्रेरक के द्वारा दी जाने वाली रिपोर्ट को आला अफसरों को भेजा जाएगा। मंशा ज्यादा से ज्यादा लोगों को साक्षर बनाने की है।

Posted By: Inextlive