एक दवा से न करें डायबिटीज का इलाज
एएमए की ओर से आयोजित हुआ सेमिनार, रोग पहचान कर दवा देने की सलाह
ALLAHABAD: डायबिटीज कई प्रकार की होती है। रोगी सही पहचान कर उनके अनुसार ही दवा दी जानी चाहिए। यह बात डॉ। सिद्धार्थ मदनानी ने कही। वह रविवार को इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन की ओर से आयोजित सेमिनार में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि एक ही प्रकार की दवा से सभी डायबिटीज का इलाज नही किया जाना चाहिए। इसलिए समय-समय पर सभी डायबिटीज रोगियों को जांच कराते रहना चाहिए। एलर्ट रहे तो दुष्परिणामों से बचेंगेअगर बिना जांच कराए एक जैसी दवा से इलाज चलता रहेगा तो मरीज को आंखों, गुर्दो, हृदय या पैरों की नसों में होने वाले विकारों से जूझना पड़ सकता है। डॉ। अमृता मदनानी ने कहा कि डायबिटीज के रोगियों को होने वाले घाव, अल्सर व गैंगरीन जो कि पैरों में होती है, उनके लिए पीआरपी एक नई विधा है। इसके बेहतर परिणाम मिल रहे हैं।
बताए पीआरपी के फायदेसेमिनार में एक्सपर्ट्स ने रोल आफ पीआरपी इन नाल हीलिंग अल्सर्स विषय पर संबोधन किया। इसके पहले सेमिनार की अध्यक्षता एएमए के अध्यक्ष डॉ। अनिल शुक्ला ने कही। मौके पर डॉ। अशोक अग्रवाल, डॉ। शार्दूल सिंह, डॉ। एमके मदनानी, डॉ। बीके मिश्रा, डॉ। दीपेंद्र सिंह आदि उपस्थित रहे। संचालन एएमए सचिव डॉ। त्रिभुवन सिंह ने किया।