-कृषि मंत्री ने कृषि अनुसंधान और कृषि उद्योग से जुड़े उद्यमियों के बीच समन्वय से संबंधित कार्यशाला का उद्घाटन किया

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क्कन्ञ्जहृन्: कृषि उद्योग की जरूरतों के अनुसार विश्वविद्यालय में अनुसंधान कार्य का तालमेल जरूरी है। सरकार एवं निजी क्षेत्र मिलकर समग्र रूप से नई विकसित तकनीकों का व्यवसायीकरण कर उसे उचित मूल्य पर किसानों को उपल?ध कराएंगे। कृषि अनुसंधान और कृषि व्यापार उद्यमियों के बीच समन्वय संबंधित वर्कशॉप का शुभारंभ करते कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने मंगलवार को यह बात कही।

हित में करना है व्यवसायीकरण

कृषि मंत्री ने कहा कि डीएफआइडी, ब्रिटेन के सहयोग से कार्यरत बिहार एग्रीकल्चर ग्रोथ एंड रिफा‌र्म्स इनिसिएटिव (बागरी) द्वारा आयोजित इस कार्यशाला का उद्देश्य कृषि अनुसंधान में लगे विशेषज्ञों एवं निजी क्षेत्र के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कर कृषकों के व्यापक हित में उसका व्यवसायीकरण करना है.कार्यशाला में कृषि विभाग के प्रधान सचिव सुधीर कुमार, बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अजय कुमार सिंह, कृषि निदेशक आदेश तितरमारे, इंग्लैंड स्थित ग्रीनविच विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ डॉ टिम चांसलर, डॉ जॉन लिंटन एवं डॉ जॉन आर्चर्ड मुख्य रूप से शामिल हुए।

Posted By: Inextlive