हाल ही में देश में 500 व 1000 के पुराने नोट बंद होने के बाद से एटीएम पर लंबी-लंबी लाइन लगी हैं। लोगों को बैंक की बजाय एटीएम ज्‍यादा आसान लगते हैं लेकिन एटीएम रीकैलीब्रेशन की वजह से भी उन्‍हें मायूसी हो रही है। बड़ी संख्‍या में लोग इसका विरोध भी कर रहे हैं। ऐसे में सबसे पहले लोगों को एटीएम रीकैलीब्रेशन का मतलब समझना जरूरी है कि ये हकीकत में क्‍या है। जिसके बाद शायद वे विरोध के बाद इसका समर्थन करने लगेंगे...

रीकैलीब्रेट करने का आदेश
हाल ही में 8 नवंबर से देश में 500 व 1000 के पुराने नोट बंद होने से 100 रुपये के नोट की डिमांड बढ़ गई। वहीं बैंकों में नोट बदलवाने वालों की लंबी भीड़ से बचने के लिए लोग एटीएम की ओर बढ़ रहे हैं, लेकिन वहां से भी मायूस हो रहे हैं। बहुत से लोग इसका विरोध भी कर रहे हैं। हालांकि इस दिशा में सरकार काफी मेहनत कर रही है। आरबीआई ने भी नोट बंदी से पहले बैंकों को केवल 100 रुपये के नोट प्रदान करने के लिए उनके 10 दस प्रतिशत एटीएम को रीकैलीब्रेट करने का आदेश दिया था। वहीं लोगों से बार-बार यह कहा जा रहा है कि रीकैलीब्रेट का काम जल्द ही पूरा हो जाएगा।

टेक्नोलॉजी से जुड़ी प्रक्रिया

जिससे लोगों की सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी। ऐसे में सबसे पहले एटीएम रीकैलीब्रेशन का मतलब जानना होगा। बड़ी संख्या में एक आम आदमी को इसका मतलब नहीं पता है। एटीएम रीकैलीब्रेट आज की टेक्नोलॉजी से जुड़ी प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया के दौरान बैंको की टेक्निकल टीम एटीएम पर जाती है। उसका निरीक्षण करती है। इसके बाद वहां पर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर दोनों चीजों पर काफी तेजी से काम करती है। वे उसे पतले व मोटे नोटों के हिसाब से फ्रेंडली बनाती हैं। यह काम करने में कम से कम 3 से 4 घंटे का समय लगता है।

जल्द साल्व होगी प्रॉब्लम

ऐसे में बैंक की टीमें इन दिनों आ रहे 500 और 2000 के नए नोटों के हिसाब से उनको ठीक कर रही हैं। इस दिशा में काफी तेजी से काम हो रहा है। एटीएम रीकैलीब्रेशन में हर दिन करीब देश में करीब 12,500 एटीएम डेवलप हो रहे हैं। यह अपने आप में एक बड़ी बात है। देश में करीब 2.5 लाख एटीएम हैं। वहीं इस दिशा में आरबीआई व सरकार हो उम्मीद हैं कि अगले 10 दिन में देश के 30 बड़े शहरों में यह टास्क पूरा हो जाएगा। जिससे एटीएम की सुविधा से इन दिनों मायूस हो रहे लोगों का गुस्सा भी शांत हो जाएगा।

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Posted By: Shweta Mishra