डोनाल्ड ट्रंप ने साइबर खतरे को लेकर अमेरिका में घोषित की नेशनल इमरजेंसी
वाशिंगटन (आईएएनएस)। अमेरिकी संचार नेटवर्क को 'विदेशी हैकरों' से बचाने के मकसद से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को नेशनल इमरजेंसी की घोषणा की है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने अपने एक बयान में कहा, 'राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है, इस घोषणा के बाद अमेरिकी कंपनियों को कुछ विदेशी टेक सप्लायर के साथ बिजनेस लेनदेन करने से रोका जायेगा।' बयान के अनुसार, ट्रंप ने अमेरिका की सूचना और संचार टेक्नोलॉजी और सर्विसेज की सुरक्षा को ध्यान में रखकर इस फैसले को मंजूरी दी है। व्हाइट हाउस ने कहा, 'राष्ट्रपति ने स्पष्ट किया है कि उनका प्रशासन अमेरिका को सुरक्षित और समृद्ध रखने के लिए सब कुछ करेगा, साथ ही अमेरिका की सूचना और संचार क्षेत्र को उन विदेशी हैकरों से बचाने के लिए हर तरह का कदम उठाएगा, जो अमेरिका में उस क्षेत्र को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप के वकीलों ने सार्वजनिक होने से पहले करीब 10 घंटों तक की थी मूलर रिपोर्ट की समीक्षाईरानी राष्ट्रपति रूहानी ने कहा, विश्व आतंकवाद का लीडर है अमेरिकाइस आदेश के जरिये अमेरिका ने चीनी कंपनी पर साधा निशाना
व्हाइट हाउस ने कहा, 'अमेरिकी सरकार सूचना और संचार प्रौद्योगिकी व सर्विसेज के खिलाफ खतरों को देखते हुए एक नेशनल इमरजेंसी की घोषणा करती है और वाणिज्य मंत्रालय को राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर अस्वीकार्य जोखिम वाले लेनदेन को प्रतिबंधित करने का अधिकार देती है। यदि कुछ रिपोर्टों पर विश्वास किया जाए, तो ट्रंप का यह आदेश चीनी दूरसंचार प्रमुख हुवावे पर आधारित है। अमेरिका का मानना है कि Huawei के उपकरणों का इस्तेमाल चीन निगरानी के लिए कर सकता है। हालांकि, दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माता Huawei ने कई बार इन आरोपों को खारिज कर दिया है।