प्रदेश में हीमोफीलिया के 180 से अधिक मरीज पंजीकृत

देहरादून,

दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में फैक्टर 8 खत्म हो गया है। ऐसे में हीमोफीलिया का दर्द झेल रहे मरीजों की परेशानी और बढ़ गई है। मरीजों को इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी ऐसे मरीजों को झेलनी पड़ रही है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं, जो निजी हॉस्पिटल में इलाज नहीं करा सकते और पूरी तरह सरकारी तंत्र पर निर्भर हैं। प्रदेश में हीमोफीलिया के 180 से अधिक मरीज पंजीकृत हैं। इनमें सबसे अधिक 130 मरीज फैक्टर 8 पर निर्भर हैं। 33 का इलाज फैक्टर 9 और 19 का फैक्टर 7 से होता है। दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में फैक्टर 8 लंबे समय से खत्म है। यह हाल तब है जब हीमोफीलिया पर विभाग खास सतर्कता बरतने की बात करता है। दून अस्पताल के एमएस डॉ। केके टम्टा ने बताया कि दवा का पर्याप्त स्टॉक होने पर भी कंपनी को इसका ऑर्डर दे दिया गया था, लेकिन कंपनी ने अभी तक सप्लाई नहीं दे पाई है। रिमाइंड भेजा गया है। एकाध दिन के भीतर दवा की आपूर्ति मिल जाएगी।

Posted By: Inextlive