- दून हॉस्पिटल से नई ओपीडी तक पहुंचने में मरीजों के लिए दून चौक पार करना बड़ा चैलेंज

- नई बिल्डिंग को पुरानी बिल्डिंग से कनेक्ट करने के लिए नहीं बनाई गई कोई स्कीम

- रजिस्ट्रेशन दून हॉस्पिटल में और ओपीडी नई बिल्डिंग में होने से जूझ रहे मरीज

देहरादून, दून मेडिकल हॉस्पिटल को 6 मंजिला हाईटेक नई ओपीडी की आधी-अधूरी सौगात तो मिल गई, लेकिन मरीजों की दिक्कतें कम होने के बजाय और बढ़ गई हैं. दून हॉस्पिटल की बिल्डिंग से नई ओपीडी तक पहुंचने के लिए मरीजों को दून चौक पार करना पड़ रहा है, जहां पर 5 सड़कें मिलती हैं और ट्रैफिक का भारी दबाव रहता है. इस चौक को पार करना ही मरीजों के लिए बड़ा चैलेंज साबित हो रहा है. दून हॉस्पिटल को नई बिल्डिंग के ए ब्लॉक से कनेक्ट करने के लिए भी कोई ओवर ब्रिज नहीं बनाया गया है, जिससे मरीज परेशान हैं.

एक से दूसरी बिल्डिंग का फेर

बीते 5 मार्च को दून हॉस्पिटल की नई ओपीडी का शुभारम्भ कर दिया गया, इसके साथ ही हॉस्पिटल की पुरानी बिल्डिंग से ए ब्लॉक में 5 विभागों की ओपीडी भी शिफ्ट कर दी गई. जिसमें पीडिया, स्किन, ईएनटी, मानसिक रोगी व टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट की ओपीडी संचालित की जा रही है. मरीज इलाज कराने पहले पुरानी बिल्डिंग में पहुंच रहे हैं, जहां से उन्हें नई बिल्डिंग में भेजा जा रहा है. लेकिन, पुरानी बिल्डिंग से नई में जाने के लिए मरीजों को दून चौराहा पार करना पड़ रहा है. दून चौराहे पर एसएसपी ऑफिस, तहसील चौक, नगर निगम, घंटाघर और एमकेपी की रोड मिलती हैं. यहां हर वक्त भारी ट्रैफिक रहता है.

अधूरे निर्माण की सजा मरीजों को

दून हॉस्पिटल से सभी ओपीडी नई ओपीडी में शिफ्ट करने की प्रक्रिया जारी है. पहले फेज में हॉस्पिटल को नई बिल्डिंग में 3 फ्लोर मिले हैं. 3 फ्लोर निर्माणाधीन हैं, जो इसी माह तक हैंडओवर किए जाने की बात कही जा रही है. इसके चलते ही मरीजों को दो-दो बिल्डिंग के बीच परेड करनी पड़ रही है. दून हॉस्पिटल के एमएस डॉ. केके टम्टा ने बताया कि मरीजों की ओपीडी के रजिस्ट्रेशन भी नई बिल्डिंग में ही होंगे. इसके बाद उन्हें एक ही छत के नीचे सारी सुविधाएं मिल जाएंगी. हालांकि, महिला मरीजों के रजिस्ट्रेशन महिला विंग में ही होंगे.

रेडियोलॉजी विभाग के 2 हिस्से

दून हॉस्पिटल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को रेडियोलॉजी विभाग में जांच कराने के लिए नई और पुरानी दोनों बिल्डिंग में दौड़ना होगा. नई बिल्डिंग में अल्ट्रासाउंड और एक्स रे की फैसिलिटी मिलेगी, जबकि सीटी स्कैन और एमआरआई के लिए दून हॉस्पिटल में ही जाना होगा. ऐसे में मरीजों को भारी परेशानी झेलनी पड़ सकती है. खासकर ऐसे मरीजों को परेशानी होगी जो स्ट्रेचर पर पहुंचकर जांच करवाने आते हैं. जब तक पुरानी बिल्डिंग और नई बिल्डिंग के बीच कोई कनेक्टिविटी नहीं बनती, मुश्किलें बरकरार रहेंगी.

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मरीजों की परेशानी को दूर करने के लिए ही नई बिल्डिंग में रजिस्ट्रेशन कराने और सारी ओपीडी को शिफ्ट किया जाएगा. दून हॉस्पिटल को नई बिल्डिंग से जोड़ने के लिए अंडरपास के लिए प्रस्ताव भेजने की बात हुई है.

डॉ. केके टम्टा, एमएस, दून हॉस्पिटल

Posted By: Ravi Pal