दून हॉस्पिटल में बेड फुल, गांधी शताब्दी में मरीजों का इंतजार

दून से गांधी शताब्दी के लिए प्रस्तावित एंबुलेंस सेवा अधर में

देहरादून,

दून मेडिकल कॉलेज के महिला विंग में बेड फुल हो गए हैं. यहां व्यवस्थाएं एक बार फिर पटरी से उतरती हुई नजर आ रही है. उधर गांधी शताब्दी आई हॉस्पिटल में बेड खाली पड़े हैं. दून महिला विंग और गांधी शताब्दी हॉस्पिटल के बीच इंटर फैसिलिटी ट्रांसफर 108 एम्बुलेंस की सुविधा पर सवाल खड़े हो रहे हैं.

दून महिला विंग में 130 बेड

दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की महिला विंग में पीएनसी और एएनसी को मिलाकर कुल 130 बेड हैं. ये बेड लगातार फुल चल रहे हैं. दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने वेडनसडे को महिला विंग में एक बेड पर दो-दो मरीज होने की खबर प्रकाशित की थी. उधर, गांधी शताब्दी आई हॉस्पिटल में थर्सडे को ज्यादातर बेड खाली रहे. करीब 3 माह पहले स्वास्थ्य विभाग की पहल पर दून हॉस्पिटल की महिला विंग में मरीजों के लोड को देखते हुए गांधी हॉस्पिटल के बीच इंटर फैसिलिटी ट्रांसफर एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई थी, लेकिन वर्तमान में किसी भी अधिकारी को इस योजना के बारे में कोई सूचना नहीं है.

दून मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डा. आशुतोष सयाना ने बताया कि एक 108 एंबुलेंस को इस सुविधा के लिए महिला विंग में तैनात किया गया था, जिसे मरीजों को गांधी हॉस्पिटल तक ले जाने और लाने की सुविधा देगी, लेकिन अभी भी क्या स्थिति है, उसकी उनके पास कोई जानकारी नहीं है. सीएमओ डॉ. एसके गुप्ता ने बताया कि इस प्रकार की फैसिलिटी 3 माह पहले शुरु की गई थी.

नहीं हो रही टाइफाइड की जांच

दून हॉस्पिटल के पैथालॉजी लैब में विडाल के किट समाप्त होने से टाइफाइड की जांच नहीं हो रही है. यह जांच बाहर 350 रुपये में होती है, जबकि दून हॉस्पिटल में यह जांच केवल 65 रुपये में हो जाती है. पैथॉलाजी प्रबंधक के अनुसार अस्पताल में रोज 100 से 150 लोगों की जांच की जाती है. दून हॉस्पिटल के एमएस डॉ. केके टम्टा ने बताया कि किट खत्म होने की जानकारी उन्हें नहीं है. उन्होंने किट मंगवाकर जल्द ही जांच फिर से शुरू करने का दावा किया है.

Posted By: Ravi Pal