नकदी किल्लत से जूझ रहे बैंकों ने इस समस्या से निपटने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट एफडी पर ज्यादा ब्याज देना शुरू कर दिया है. निजी क्षेत्र के यस बैंक के बाद अब एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक ने भी इसकी घोषणा की है. इन बैंकों ने विभिन्न परिपक्वता वाली जमाओं की ब्याज दरों में चार फीसद तक इजाफा करने का फैसला किया है.


रेकरिंग डिपॉजिट पर भी बढ़ा ब्याजवहीं भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) ने एक करोड़ रुपये से ज्यादा की सावधि जमा पर ब्याज दर बढ़ाकर 7.25 फीसद कर दी है. खास बात यह है कि जमाकर्ता यह रकम सात दिन के बाद कभी भी बिना किसी जुर्माने के निकाल सकेंगे.27 जुलाई से प्रभावीएचडीएफसी बैंक ने 15-181 दिन तक के एफडी पर ब्याज दरों में एक फीसद की वृद्धि की है. वहीं, 182-364 दिन तक के लिए 0.75 फीसद की बढ़ोतरी की गई है. नई दर 27 जुलाई से प्रभावी हो गई है.दोगुना देंगे ब्याज
दूसरी ओर, एक्सिस बैंक 7-14 दिन के एफडी पर 3.5 फीसद की जगह 7.5 फीसद और 14-29 दिन के लिए चार फीसद की बजाय आठ फीसद ब्याज देगा. यह बढ़ोतरी एक करोड़ रुपये से ज्यादा की जमाओं के लिए है और तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है. 29 दिन से ज्यादा और एक साल से कम अवधि के एफडी पर बैंक ने ब्याज दरें 0.5-2.25 फीसद तक बढ़ाई है. नकदी की दिक्कत


रुपये को संभालने के लिए रिजर्व बैंक ने हाल ही में कई ऐसे कदम उठाए हैं जिससे बैंकिंग तंत्र में नकदी की दिक्कत हो गई है. इससे बैंकों के पास कर्ज देने लायक राशि कम हो गई है. इसी वजह से बैंक अब जमाओं पर ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं.

Posted By: Satyendra Kumar Singh