अभी तक बिहार में बाढ़ की वजह से जानमाल के भारी नुकसान के बारे में जाना-सुना होगा. लेकिन ये हैं कि इसी बाढ़ को वरदान बता रहे हैं. पढि़ए बिहार में बाढ़ कैसे बन सकता है वरदान...


50 लाख एकड़ की सिंचाईबिहार अपनी जल संपदा का सही प्रबंधन कर ले तो बाढ़ उसके लिए अभिशाप नहीं, वरदान बन जाएगी. इससे राज्य पचास लाख एकड़ जमीन की सिंचाई कर सकता है. साथ ही एक हजार मेगावाट बिजली उत्पादन व 90 लाख लोगों को रोजगार भी उपलब्ध करा सकता है. पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने रविवार को एनआइटी के तीसरे वार्षिक दीक्षांत समारोह में ये बातें कहीं.बिहार में पानी की कमी नहींडॉ. कलाम ने कहा कि यह सौभाग्य है कि बिहार में पानी की कमी नहीं है. बस, इसे सही प्रबंधन की आवश्यकता है. मैंने अध्ययन के बाद एक कार्ययोजना बनाकर दो बार बिहार सरकार को सौंपा. इससे न केवल उत्तर बिहार की बाढ़ की समस्या का समाधान हो सकता है, बल्कि दक्षिण बिहार के सूखा प्रभावित क्षेत्रों का भी भला होगा.

Posted By: Satyendra Kumar Singh