-ऑक्सीजन कांड के आरोप में 10 महीने से जेल में बंद हैं डॉ। राजीव

GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में हुए ऑक्सीजन कांड के आरोप में 10 महीने से जेल में बंद बीआरडी के पूर्व प्रिंसिपल डॉ। राजीव मिश्रा को मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई। सुप्रीम कोर्ट में उनके वकील मुकुल रोहतगी केस लड़ रहे थे। जेल में जाने के बाद से ही डॉ राजीव की तबीयत कई बार खराब हो चुकी है।

डॉ राजीव के बेटे डॉ पूरक मिश्रा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान डॉ राजीव को बंद रखने का कारण पूछा तो सरकार की ओर से पेश ्रलोग अपने जवाब से जज को संतुष्ट नहीं कर पाए। डॉ। पूरक ने कोर्ट के फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह हमारे लिए बेहद खुशी का दिन है। फिलहाल मंगलवार को डॉ राजीव को गोरखपुर जेल से इलाज के लिए लखनऊ रेफर कर दिया गया है। डॉ। राजीव की पत्नी के मामले की सुनवाई अभी नहीं हो पाई है।

मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ। राजीव मिश्र की तबीयत एक बार फिर बिगड़ गई है। डॉक्टरों की सलाह पर पुलिस उन्हें इलाज के लिए लखनऊ लेकर गई है। डॉ। मिश्र के हाथ-पैरों में सूजन और हीमोग्लोबिन की कमी की शिकायत बताई जा रही है। उनका इलाज डॉ। राममनोहर लोहिया हॉस्पिटल में चल रहा है।

यह था आरोप

डॉ। राजीव मिश्रा पर आरोप था कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पर्याप्त बजट होने बाद भी उन्होंने ऑक्सीजन के बकाए का भुगतान नहीं किया था, जिससे कारण कई बच्चों की मौत हो गई थी। उन्होंने बजट के ढाई लाख रुपए लैप्स कर अगस्त 2017 में भी पर्याप्त बजट होने के बावजूद भुगतान नहीं किया। ऑक्सीजन की कमी से मौत की जानकारी पर भी वह बिना अधिकारियों की अनुमति के छुट्टी पर चले गए थे।

Posted By: Inextlive