Varanasi: प्रोस्टेट कैंसर की जांच के लिए पेशेंट्स को अनावश्यक रूप से बायोप्सी नहीं करानी होगी. बीएचयू के एलमनी डॉ सुधीर श्रीवास्तव ने प्रॉस्टेट कैंसर की जांच के लिए एक ऐसी तकनीकी विकसित की जिसके जरिये प्रोस्टेट कैंसर का सटीक पता लगाया जा सकेगा और यह आने वाले दिनों में प्रॉस्टेट कैंसर की जांच का एक मात्र उपाय साबित होगा.


डॉ। सुधीर ने दी जानकारी अमेरिका के नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट में साइंटिस्ट डॉ सुधीर ने बुधवार को बीएचयू के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में आयोजित एक स्पेशल लेक्चर में अपने इस नये तकनीकी के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि 'पीसीए-3' नामक इस नये बायोमार्कर से प्रोस्टेट कैंसर का सटीक पता लगाया जा सकता है। यह तकनीक अभी तक मौजूद 'पीएसए' जांच की तुलना में तकरीबन 20 परसेंट अधिक संवेदनशील है। BHU के जरिये प्रयास
उन्होंने बताया कि उनकी इस नई तकनीक को अमेरिका के फूड एण्ड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने अप्रूव किया है जो जल्दी ही अमेरिका में आम लोगों के लिए उपलब्ध होगा। डॉ सुधीर ने बताया कि इस टेक्नोलॉजी का लाभ भारत के लोगों तक पहुंचाने के लिए बीएचयू के जरिये प्रयास किये जा रहे हैं। लेक्चर का आयोजन सर्जिकल आंकोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रो मनोज पाण्डेय ने किया। अध्यक्षता युरोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड प्रो यूएस द्विवेदी ने की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में डॉक्टर्स और मेडिकोज उपस्थित थे।

Posted By: Inextlive