- पेशे से डॉक्टर और दिल से शायर हैं डॉ। योगेन्द्र उपाध्याय

- गोरखपुर से जुड़ाव ने दिया नसीम गोरखपुरी का नाम

GORAKHPUR : एक इंसान, डॉक्टर और एक शायर का नाम है डॉक्टर योगेन्द्र उपाध्याय। गजल और शायरी की दुनिया में यह नाम नया नहीं है, लेकिन उनका एक और तखल्लुस है नसीम गोरखपुरी। अमेरिका में अपनी डॉक्टरी पेशे को नामचीन बनाने के साथ शायरी की दुनिया में भी अपना नाम रोशन किया। बीते पचास सालों से अपने मुल्क को छोड़ डॉ। उपाध्याय अमेरिका में ही बस गए। डॉ। उपाध्याय भले ही हजारों मील दूर चले गए हों, लेकिन उनका गोरखपुर से प्यार दूर नहीं हो सका। उसी का नतीजा है कि डॉ। उपाध्याय को दुनिया में नसीम गोरखपुरी के नाम से भी पहचाना जाता है।

गोरखपुर की माटी का तिलक है

गोरखपुर से करीब पचास किमी दूर एक छोटे से गांव जगन्नाथपुर में क्9फ्8 में डॉ। योगेन्द्र उपाध्याय का जन्म हुआ था। पिता स्व। मुरलीधर उपाध्याय फ्रीडम फाइटर थे और कई साल जेल में रहे। सिकरीगंज के डेहराटीकर में उनकी प्राइमरी एजुकेशन हुई और फिर क्9भ्म् में ऑल इंडिया इन्स्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) में एमबीबीएस में दाखिला लिया। पढ़ाई पूरी करने के बाद वह क्9म्फ् में अमेरिका चले गए। वहीं पर पिछले पचास सालों से मानसिक बीमारियों के डॉक्टर के रुप में अपनी सेवा दे रहे है।

बचपन से था लिखने का शौक

डॉ। योगेन्द्र उपाध्याय अमेरिका के कई एकेडमी और असेम्बली में बड़े पदों पर तैनात रहे। उन्हें लिखने का शौक बचपन से था। पहले कहानियां लिखते थे, क्9भ्म् से भ्8 तक उनकी कई चर्चित कहानियां सरिता, धर्मयुग और माया जैसी पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहीं। ख्ख् साल की उम्र में उन्हें गजल और शायरी में हाथ आजमाने का दिल किया जिसे आज तक उन्होंने जिंदा रखा है। उनके लिखी गजलों को दिवंगत गजल गायक जगजीत सिंह और मशहूर गजल गायक सुधीर नारायण ने अपनी आवाज दी।

नसीम गोरखपुरी के नाम से मिलता है सकून

यूं तो डॉ। उपाध्याय पचास साल से अमेरिका में रह रहे और अमेरिका मूल की महिला शैली से शादी करने के बाद वहां की हमेशा के लिए बस गए लेकिन गोरखपुर की धरती से उनका प्यार कम नहीं हुआ। गजल और शायरी की दुनिया मे जब उन्हें एक पहचान मिली तो उस पहचान को नया नाम दिया 'नसीम गोरखपुरी', शायरी की दुनिया में उन्हें इसी नाम से जाना जाता है। नसीम गोरखपुरी के नाम से उनकी पहली किताब आइना-ए-जिंदगी ख्00ख् में प्रकाशित हुई। दूसरी किताब जल्द ही अप्रैल मंथ मे आने वाली है। हालांकि उनकी दर्जनों नज्में मशहूर हैं। यहीं नहीं जल्द ही उनकी अंग्रेजी भाषा में 'ए कल्चर ऑफ मेल प्रॉस्टीट्यूशन' आने वाली है जो पूरी तरह डाउरी पर आधारित है।

Posted By: Inextlive