- रोडवेज से बढ़ती दुर्घटनाओं पर लगाम कसने की कवायद

- बसों में चालक की सीट के पास लगाया जाएगा सेंसर

मेरठ। रोडवेज बस में सुरक्षित सफर को अमलीजामा पहनाने की कसरत अब रोडवेज प्रशासन ने तेज कर दी है। शराबी चालकों के कारण रोडवेज में दुर्घटनाओं के चढ़ते ग्राफ को रोकने की एक नई पहल होने जा रही है। बस में अब चालक की सीट के पास एक सेंसर लगेगा जो चालक के शराब पीते ही बज उठेगा। इसका सीधा कनेक्शन क्षेत्रीय कार्यालय व कंट्रोल रूम से होगा।

नकेल कसने की तैयारी

यूपीएसआरटीसी अब रोडवेज बस में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चालकों पर नकेल कसने की तैयारी में है। अभी तक आए दिन रोडवेज बसों से टक्कर में कई लोगों की मौत हो जाती थी या वे अपंग हो जाते थे। बीते दिनों मुख्यालय में रोडवेज बसों से होने वाली दुर्घटनाओं पर बैठक हुई। 65 फीसदी मामलों में चालक द्वारा नशे का सेवन कर गाड़ी चलाने के मामले उजागर हुए। इस पर एमडी मुकेश मेश्राम ने सख्ती करते हुए चालकों पर अंकुश लगाने के निर्देश जारी किए हैं। रोडवेज अफसरों के मुताबिक, बैठक में निर्णय लिया गया कि बसों में सेंसर लगाए जाएंगे। ये सेंसर एल्कोहलिक सेंसिटिवनेस वाले होंगे, जो एल्कोहल की गंध आने पर अपने आप बज उठेंगे। ये सेंसर, बसों में लगाए जा चुके व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम (वीटीएस) से जुड़े होंगे। ऐसे में सेंसर के बजने पर क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय में बने कंट्रोल रूम को इसका पता चल जाएगा। क्षेत्रीय प्रबंधक और सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक उस बस को समीपवर्ती पुलिस चौकी या थाने पर रुकवा लेंगे। इसके बाद दूसरे चालक को भेजा जाएगा।

अधर में पड़ेगा सफर

रोडवेज अफसरों का कहना है कि शराब पीए हुए चालक को पहली बार चेतावनी, दूसरी बार विभागीय कार्यवाही और तीसरी बार में सेवामुक्त कर दिया जाएगा। अब सवाल है कि चालक के बस अड्डे से बस ले जाने और मार्ग में शराब पीने पर अगर पता चलता है तो यात्रियों की खासी फजीहत होगी। उन्हें दूसरी बस अथवा चालक के आने तक इंतजार करना होगा।

रोडवेज बस में यात्रियों की सुरक्षा और आरामदायक सफर के लिए योजना बन रही है। मुख्यालय स्तर पर सेंसर लगाने की योजना पर विचार किया जा रहा है।

-मनोज कुमार पुंडीर

क्षेत्रीय प्रबंधक, मेरठ रोडवेज।

Posted By: Inextlive