-एसटीएफ ने 58 किलो चरस के साथ दो तस्करों को किया गिरफ्तार

एसटीएफ ने भ्8 किलो चरस के साथ दो तस्करों को किया गिरफ्तार

BAREILLY: BAREILLY: नेपाल से यूपी के रास्ते यूपी, दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड और पंजाब में ड्रग तस्करी हो रही है। एसटीएफ बरेली की यूनिट ने सीबीगंज थाना पुलिस की मदद से ड्रग तस्करी का भंडाफोड़ करते हुए दो तस्करों को जीरो प्वाइंट परसाखेड़ा से गिरफ्तार किया है। तस्कर स्विफ्ट डिजायर कार की पिछली सीट में केविटी बनाकर चरस छिपाकर ले जा रहे थे। एसटीएफ ने कार से भ्8 किलो चरस बरामद की है, जिसकी इंटरनेशनल मार्केट में कीमत करीब भ्8 लाख रुपए है।

मुखबिर से मिली थी सूचना

एसटीएफ बरेली के प्रभारी अजय कुमार ने बताया कि गिरफ्त में आए तस्करों की पहचान मीरापुर मुजफ्फरनगर निवासी अमरपाल और सोनू के रूप में हुई है। मुखबिर से सूचना मिली थी कि अमरपाल अपने दोस्त सोनू के साथ नेपाल के सौनोली बॉर्डर से चरस लेकर आ रहा है। जिसके बाद गाड़ी नंबर को ट्रेस कर जीरो प्वाइंट परसाखेड़ा पर पकड़ लिया गया। जब कार की चेकिंग की तो कार की पिछली सीट में बनी केविटी में एक-एक किलो के पैकेट बनाकर चरस रखी थी।

नेपाल में जाती थी कार

अमरपाल ने बताया कि वह चरस बेचने का धंधा कई वर्षो से कर रहा है। वह पकड़ी गई चरस में से क्0 किलो चरस कांधला मुजफ्फरनगर निवासी दीपक को भी देता। वह गाड़ी नेपाल बॉर्डर पर महाराजगंज के नौतनबा कस्बा में लेकर पहुंच जाता था। वहां से गाड़ी को नेपाल निवासी उमेश के साथी लेकर जाते थे। उसके बाद उसमें चरस रखकर गाड़ी को वापस पहुंचा देते थे।

हवाला के जरिए पेमेंट

तस्करों ने बताया कि चरस उधार में ली जाती थी। जब चरस बिक जाती थी तो फिर पेमेंट हवाला के जरिए दिया जाता था। वह दिल्ली में रकम पहुंचा देता था। वहां से लोग रकम लेकर चले जाते थे। नेपाल के जरिए अक्सर नशीले पदार्थ की सप्लाई हो रही है। बरेली एसटीएफ इससे पहले भी कई करोड़ की चरस पकड़ चुकी है। ज्यादातर चरस को गाड़ी में केविटी बनाकर लाया जाता है। इससे पहले बोलेरो की छत में भी केविटी बनाकर चरस लाते पकड़ा गया है।

Posted By: Inextlive