-पेट में कपड़ों में छिपाकर ड्रग की तस्करी कर रही थीं महिलाएं

-क्राइम ब्रांच ने मां-बेटी समेत 4 लोगों को किया गिरफ्तार

BAREILLY : चेकिंग से बचने के लिए ड्रग तस्करों ने महिलाओं को धंधे में शामिल कर लिया। महिलाओं को 10 हजार रुपए देकर अफीम की सप्लाई कराई जा रही थी। महिलाएं आराम से पेट पर अफीम कपड़ों में बांधकर पंजाब के अंबाला में लेकर जाती थीं। ट्रेन के रास्ते जाने से किसी को इन पर शक भी नहीं होता था। क्राइम ब्रांच ने मुखबिर की सूचना पर सर्किट हाउस के पास चेकिंग के दौरान वेगनआर कार से मां-बेटी समेत 4 तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 40 लाख रुपए कीमत की 4 किलो अफीम भी बरामद हुई है। अब तक महिलाएं करोड़ों की ड्रग अंबाला सप्लाई कर चुकी थीं।


 

पिता के अवैध धंधे को संभाला

तस्करी में शामिल महिलाओं की पहचान ए-ब्लॉक रामगंगा नगर कॉलोनी निवासी मोहिनी देवी और उसकी बेटी शीला के रूप में हुई है। वहीं तस्करों की पहचान बीडीए कॉलोनी निवासी हरीश और नई बस्ती शांति विहार निवासी ओम प्रकाश के रूप में हुई है। हरीश के पिता मंगलीराम भी ड्रग तस्करी करते थे। पिता की मौत के बाद उसने ही तस्करी का धंधा संभाल लिया था। उसके पिता अंबाला के शेर सिंह को माल सप्लाई करते थे। हरीश अपने पिता के क्लाइंट को ही माल सप्लाई कर रहा था। वह करीब एक वर्ष से ओमप्रकाश के साथ धंधा कर रहा था। ओमप्रकाश ने मां-बेटी को अपने धंधे में शामिल किया था।


दूध की डेयरी वाला ड्रग तस्कर

ओमप्रकाश के साले भगवान दास की ससुराल गया बिहार में है। ओमप्रकाश अपने साले के जरिए झारखंड से अफीम लेकर बरेली लाते थे। झारखंड से 85 हजार रुपए प्रति किलो के हिसाब से अफीम आती थी और इसे 1 लाख 30 हजार रुपए प्रति किलो के हिसाब से शेर सिंह को बेच दिया जाता था। शेर सिंह पंजाब में महंगे दाम में सप्लाई करता था। ड्रग तस्करी के धंधे से ही हरीश ने शांति विहार में काफी बढि़या मकान बनवाया है। वहीं ओमप्रकाश ने इस धंधे से बड़ी डेयरी खोल ली है। उसकी डेयरी में 15 भैंस हैं।


8 बार कर चुकी थी सप्लाई

मां-बेटी ने पूछताछ में बताया कि वह करीब 8 बार अफीम लेकर अंबाला जा चुकी हैं। रामगंगा नगर कॉलोनी से उन्हें जंक्शन तक गाड़ी में पहुंचा दिया जाता था। यहां से वह ट्रेन में सवार होकर अंबाला जाती थीं और फिर शेरसिंह को माल देकर वापस लौट आती थीं। माल सप्लाई के लिए उन्हें 10 हजार रुपए एक बार के दिए जाते थे। वह कभी दो किलो तो कभी ढाई किलो अफीम लेकर जाती थीं। इस बार वह ज्यादा अफीम लेकर जा रही थीं लेकिन पुलिस के हत्थे चढ़ गई।


रोने लगीं मां-बेटी

ड्रग तस्करी में शामिल मां-बेटी को जब मीडिया के सामने लाया गया तो दोनों रोने लगीं। उन्होंने पुलिस पूछताछ में बताया कि मोहिनी के पति को पैरालाइसिस हो चुकी है। उसकी बेटी शीला की शादी हो चुकी है लेकिन वह भी मायके में ही रह रही थी। ड्रग तस्करी से जो रुपए मिलते थे, उससे ही परिवार का खर्च चल रहा था। अब पुलिस ड्रग तस्करी में शामिल अन्य साथियों की तलाश में जुट गई है।


पंजाब से फिर जुड़े तार

बरेली से पंजाब ड्रग तस्करी का पुराना नाता है। जब भी कोई ड्रग तस्कर पकड़ा जाता है तो वह पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में तस्करी के बारे में बताता है। इससे पहले एसटीएफ भी कई ड्रग तस्करों को पकड़ चुकी है। जो गाडि़यों में कैविटी बनाकर तस्करी कर रहे थे। बरेली में ड्रग्स की खेप झारखंड या नेपाल से ही लायी जाती है।

 

ड्रग तस्करी में दो महिलाओं समेत 4 तस्करों को गिरफ्तार किया है। मेन तस्कर पिता के अवैध धंधे को संभालने लगा था। 40 लाख की कीमत की अफीम बरामद की है।

रमेश कुमार भारतीय, एसपी क्राइम

Posted By: Inextlive