देहरादून में कार के बोनट में पकड़ी गई 6 लाख की चरस
- दो आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल
- उत्तरकाशी से लाई जा रही थी चरसDEHRADUN: नशा तस्करों पर जब पुलिस की कार्रवाई भारी पड़ने लगी, तो नशा तस्करों ने पुलिस से बचने के लिए नए पैंतरे आजमाने शुरू कर दिये हैं। कभी कार की स्टेयरिंग में स्मैक छिपाकर बेचने का प्रयास किया गया तो कभी शराब की बोतलें छिपाने के लिए कार में ही कैविटी बनाकर पुलिस से बचने का प्रयास किया गया। रविवार को पुलिस ने एक पिक-अप के बोनट से 6 लाख रुपए की चरस बरामद की। पिक-अप सवार दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, पिक-अप सीज कर दी गई है, जबकि आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। बोनट के अंदर छिपाई थी 4 किलो चरसऋषिकेश पुलिस ने बताया कि इलाके के श्यामपुर फाटक, बैराज तिराहा, तहसील चौक में बैरिकेड लगाकर नशे के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा था, इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि मुनि की रेती की ओर से एक कार (यूके 08 सीए 3143) आ रही है। जिममें चालक समेत दो व्यक्ति सवार हैं और वह चरस सप्लाई करने जा रहे हैं। पुलिस ने थाना के पास ही बैरिकेड लगाकर कार को रोक कर तलाशी ली तो 4 किलो चरस बरामद हुई। जिसकी कीमत 6 लाख रुपए बताई जा रही है।
चरस ढूंढने में छूटे पसीने मुखबिर की सूचना पर तस्करों के पास चरस होने की बात कही गई थी। पुलिस ने पहले वाहन की तलाशी ली तो अंदर से कुछ नहीं मिला। पुलिस काफी देर तक कार को खंगालती रही। आखिर में आरोपियों से ही जब कड़ी पूछताछ की गई तो उन्होंने पिक-अप के बोनट के अंदर चरस छिपाने की बात कही। पुलिस ने बोनट के अंदर देखा तो एक थैले में चरस मिली। यहां करने जा रहे थे सप्लाई पुलिस ने बताया कि न्यू ईयर के समय बाहर से ऋषिकेश में काफी पर्यटक आते हैं, जिनको मोटे दाम पर चरस सप्लाई की जाती है। तस्कर भी मुनि की रेती, राफ्टिंग एरिया में चरस सप्लाई करने ले जा रहे थे। लेकिन, पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। चार बार पहले भी कर चुके सप्लाईआरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि इससे पहले वे ऋषिकेश के कुछ इलाकों में चार बार चरस सप्लाई करने आए। पुलिस उन्हें नहीं पकड़ पाई। इस बार वे पांचवीं बार सप्लाई के लिए आए थे। आरोपियों की पहचानतालिब हसन पुत्र मोहम्मद आरिफ
कृष्ण अवतार पुत्र स्व। रतन लाल(दोनों निवासी हरिद्वार) ------------------दो चरस तस्करों को गिरफ्तार किया गया है और छह लाख की तस्कर बरामद की गई। तस्कर पिक-अप के बोनट के अंदर छुपाकर सप्लाई करने जा रहे थे।रितेश साह, थाना प्रभारी, ऋषिकेश