Lucknow: गोंडा के माधवपुर कांड में सीबीआइ कोर्ट के निर्णय से एक मां का संघर्ष मुकाम तक पहुंच गया. निर्णय आने में देरी जरूर हुई लेकिन गुनहगारों के लिए अदालत का यह फैसला काफी बड़ा है. यह कहना है कि बहराइच की डीएम और माधवपुर कांड में शहीद डीएसपी केपी सिंह की बेटी किंजल सिंह का.


मां ने की थी सीबीआई जांच की मांगउल्लेखनीय है कि 12 मार्च, 1982 की रात में मुठभेड़ के दौरान किंजल सिंह के पिता डीएसपी केपी सिंह शहीद हो गए थे। उनकी मां विभा सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर घटना की सीबीआई जांच की मांग की थी। इस मामले में शुक्रवार को फैसला आने के बाद किंजल सिंह ने कहा कि अगर यह निर्णय उनकी मां के जीवित रहते आता तो खुशी कुछ और ही होती। उन्होंने जोर देर कर कहा कि अदालत पर उन्हें शुरू से भरोसा था। इस नतीजे ने गुनहगारों को उनकी जगह पहुंचा दिया। साहित्य के साधक थे केपी
माधवपुर मुठभेड़ में शहीद हुए डीएसपी केपी सिंह की साहित्य में गहरी अभिरुचि थी। वह साहित्य आलोचना और कहानी लेखन भी करते थे। यह राज शुक्रवार को उनके करीबी दोस्त और सुप्रीम कोर्ट में शहीद डीएसपी की पत्नी विभा सिंह के साथ सह याचिकाकर्ता चितरंजन सिंह ने खोला। उन्होंने कहा कि माधवपुर मुठभेड़ कांड पर आया निर्णय देर से मिला न्याय है लेकिन फिर भी संतोष इस बात का है कि कम से कम दोषी कानून के घेरे में आ गए।

Posted By: Inextlive