कहा जाता है कि 80% फाइनल एग्‍जाम्‍स उसी एक लेक्चर पर बेस्ड होते हैं जो आपने नही अटेंड किया होता है या फिर उस बुक पर जिसे आप किसी वजह से नहीं पढ़ पाए होते हैं. स्टूडेन्ड्स इसे थर्ड ला आफ एप्लाइड टेरर भी कहते है. और अगर आपने तमिलनाडु के ललित चोपड़ा की तरह कोई भी लेक्चर या बुक मिस नहीं की है तो क्या पता कि आप भी बन जायें एक सेलेब्रिटी. 12th के एग्‍जाम्‍स में 99.19% लाने वाले ललित बन गए हैं दिल्‍ली यूनिवर्सिटी के सेलीब्रेटी फ्रेशर.


नाम ललित चोपड़ा, कालेज दिल्ली का श्री राम कालेज आफ कामर्स, परसेन्टेज 99.13. यह है कामर्स के स्टूडेंट ललित का फार्मल इनट्रोडक्सन. डीयू के सारे स्टूडेन्ट्स के बीच ललित तभी फेमस हो गये थे जब उन्होने एडमीशन लिस्ट में टाप किया था. सभी जानना चाहते थे आखिर कौन है यह गुदड़ी का लाल. और जब ललित कालेज पहुंचे तो उन्हे मिला एक वीवीआईपी ट्रीटमेंट.  


21 जुलाई को जब डीयू का 2011 का पहला सेशन शुरू हुआ तो सभी इस बात को लेकर क्यूरिअस थे कि आखिर कालेज का वो छोकरा कहां है जिसने डीयू टाप कर दिया. कोई उसे मोटे लेंस का चश्मिश समझ रहा था को कोई पढाकू कीड़ा, मगर ललित जिस अन्दाज में कालेज आए लोगों के होश उड़ गये. बिन्दास रहने वाले ललित का कहना था- "मैंने कभी भी एक घंटे से ज्यादा पढ़ाई नहीं की. हां मैने कालेज के दौरान खुद को रेगुलर रखा और उस दौरान मेरा कंसेन्ट्रेशन बिगड़ा नहीं".

ललित कहते हैं कि उसके पैरेन्ट्स 12th के मार्क्स से बहुत खुश थे और उसने कालेज जाने से पहले जो भी डिमांड्स रखीं वो सारी मान ली गईं. “मेरी सिस्टर नें मुझे सैम्संग वेव गिफ्ट किया. मैने कालेज आने से पहले ढ़ेर सारे नये कपड़े खरीदे और चश्मा हटाकर कान्टैक्ट लेंस लगवा लिये. मैं बिन्दास रहता हूं और कभी भी एक धंटे से ज्यादा पढ़ाई नहीं करता.” बालीवुड मूवीज के शैकीन ललित का सक्सेज मन्त्रा है- “आलवेज स्टे कूल.”

Posted By: Divyanshu Bhard