-रेलवे मनोरंजन सदन में चल रही दुर्गा पूजा का हुआ समापन

क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ :

असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक महिषासुर मर्दिनी मां दुर्गा पूजा फ्राइडे को धूमधाम से की गई। रेलवे मनोरंजन सदन में चल रही चार दिवसीय पूजा सुबह आठ बजे शुरू हुई। जिसके बाद दोपहर को सिंदूर उत्सव हुआ। इसके साथ प्रतिमा विसर्जन किया गया।

ढाक और ढोल से गूंजा गंगा तट

शारदीय नवरात्र में चलने वाले दुर्गा उत्सव में मान्यता है कि मां दुर्गा चार दिनों से स्वर्ग से उतरकर अपने बच्चों के साथ जिसमें मां सरस्वती, मां लक्ष्मी, भगवान गणेश एवं कार्तिकेय के साथ पृथ्वी पर आई थीं। दुर्गा पूजा के अंतिम दिन महिलाओं ने मां दुर्गा का सिंदूर वरण किया एवं एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर अगले वर्ष फिर से मां के आने की कामना की। उसके बाद वाहनों के साथ विशाल विसर्जन शोभायात्रा मनोरंजन सदन से शुरू होकर जंक्शन, कचहरी, चौकी चौराहा, अयूब खां चौराहा होते हुए रामगंगा के लिए रवाना हुई। रामगंगा तट को कलाकारों ने ढाक, ढोल व नगाड़ों से गुंजायमन कर दिया। इसके बाद दुर्गा मां की प्रतिमा का रामगंगा में विसर्जन कर वापस मनोरंजन सदन पर आकर भक्तों ने शांति जल और आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम में धु्रव चटर्जी, संजय दास, प्रवीर राय, श्यामल मित्रा, असीम बनर्जी, चंचल डे, मनोज राय, उत्तम मित्रा, दिलीप चटर्जी, अर्जुन चम्पारणी, विकास राय चौधरी और पल्लव राय आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive