अब हर मोहल्ले में मनाते हैं दशहरा
बाजार में लगातार बढ़ रही है रावण परिवार के पुतलों की मांग
शहर में कई लोग बना रहे हैं पुतले, अच्छा हो रहा है व्यवसाय Meerut। कुछ लोग रावण, कुंभकरण और मेघनाद का पुतला जलाकर अपना दशहरा मनाते हैं तो कुछ इनके पुतले बनाकर अपना घर चलाते हैं। कहने के लिए त्योहारों के रंग फीके हो रहे हैं, लेकिन रावण के पुतले की मांग लगातार बढ़ रही है। अब लगभग हर मोहल्ले में रावण फूंका जाने लगा है। बदल रहा चलनकोतवाली निवासी सईद सईद छोटे साइज के पुतले बनाते हैं, जिनकी ज्यादा बिक्री पिछले कुछ वर्षो से चलन में आई है। सईद के मुताबिक पिछले साल अच्छी दुकानदारी हुई तो इस बार और अधिक संख्या में पुतले बनाए हैं। सईद की तरह उस्मान भी पुतले बनाते हैं। उस्मान बताते हैं कि पहले वह सिर्फ पुतले बनाते थे, लेकिन अब पुतले की दुकान भी लगाते हैं। पिछले कुछ सालों से चलन बदला है और लोग अपने घर के आसपास ही पुतले जलाकर दशहरा मनाते हैं। इसी चलन की वजह से छोटे-छोटे पुतलों की मांग बढ़ी है।
सूरजकुंड में 100 फीट का रावणइस बार भी सूरजकुंड में लगने वाले पुतले शहर में सबसे बड़े होंगे। यहां रावण का पुतला 100 फुट, कुंभकर्ण 95 और मेघनाथ का पुतला 90 फुट का होगा। भैसाली मैदान में लगने वाला रावण का पुतला 70 फुट, कुंभकर्ण का 50 फुट और मेघनाथ का पुतला 60 फुट का होगा। भैंसाली मैदान में पुतले बना रहे असलम के मुताबिक इस बार रावण के पुतले को घोड़ों के रथ पर खड़ा किया जाएगा।