चालकों की जेब पर कानून की कैंची
3000
वाहनों का इस वर्ष अब तक किया गया ई-चालान 15 लाख रुपए के करीब इस वर्ष जारी किया गया शमन शुल्क 39 हजार 550 वाहनों का 2018 में हुआ चालान 83 लाख 22 हजार 900 रुपए की 2018 में हुई इनकम ------- वाहन चालकों व मालिकों की गलती का जबरदस्त मुनाफा कमा रही सरकार थोड़ा सा खुद में सुधार कर बचा सकते हैं अपने पसीने की कमाईPRAYAGRAJ: वाहन चालकों व गाड़ी मालिकों की गलती का मुनाफा सरकार धड़ल्ले से कमा रही है. चेब पर चल रही कानून की कैंची से बचने के कई रास्ते हैं. लेकिन इसके लिए थोड़ा जिम्मेदार बनने की जरूरत है. जिम्मेदारी से गाडि़यों के कागजात दुरुस्त रखते हुए ड्राइविंग के वक्त ट्रैफिक रूल्स को फालो करें. बस इतनी सी प्रक्रिया पूरी करने के बाद चालक व गाड़ी मालिक दोनों कई समस्याओं से बच सकते हैं. ट्रैफिक पुलिस द्वारा जारी समन शुक्ल तो बचेगा ही विभाग का चक्कर लगाने में जाया होने वाला वक्त भी सेफ रहेगा.
मुसीबत से बचाएगी सतर्कताशहर में नाके-नाके पर ट्रैफिक पुलिस को मौके की तलाश है. वाहन चालकों की थोड़ी सी गलती ट्रैफिक पुलिस के लिए कार्रवाई का जरिया बन जाती है. मौका पाते ही पुलिस गाडि़यों के कागजात डीएल, हेलमेट आदि की चेकिंग शुरू कर देती है. फिर क्या, कागज में कमी हो या गलत ड्राइविंग अथवा हेलमेट न होने का मामला. बगैर जुर्माने के छूटने वाले नहीं हैं. पिछले वर्ष 2018 में चेकिंग के दौरान कागजात कम्प्लीट न होने पर 39 हजार 550 गाडि़यों के खिलाफ समन शुल्क जारी किया गया. इससे करीब 83 लाख 22 हजार 900 रुपए सरकार के पक्ष में वसूले गए. इसी तरह 2019 में अब तक लगभग 3000 वाहनों के खिलाफ कार्रवाई हुई. इन वाहनों के खिलाफ तकरीबन 15 लाख रुपए के शमन शुल्क जारी किए गए हैं.
------ तिमाही गोसवारा बताएगा प्रकार - इस वर्ष अभी तक की गई कार्रवाई का क्वार्टर गोसवारा माह के अंत में तैयार होगा. - गोसवारा में ही अब किस गाड़ी पर कितना शमन शुल्क लगाया गया यह क्लियर होगा - ई-चालान की प्रक्रिया अभी अभियान के रूप में और तेजी से चलाई जाएगी ----- 2018 में हुई कार्रवाई नाम चालान डीएल 4961 कार 3282 बाइक 18790 ट्रक 3297विक्रम 4309
बस 437 कुल 39550 ---- इस वर्ष की गई कार्रवाई का डिफाइंड डाटा माह के अंत तक ही मालूम हो सकेगा. ई-चालान की प्रक्रिया से कार्रवाई की जा रही है. कुलदीप सिंह, एसपी ट्रैफिक