आधुनिक विधियों से आसान हुआ इलाज
-देशभर से आए 400 से अधिक डॉक्टर्स ने किया प्रतिभाग
ALLAHABAD: मेडिकल साइंस में लगातार हो रही अपडेट से इलाज पहले से अधिक आसान हुआ है। इसलिए डॉक्टर्स को जानकारी को लेकर समय-समय पर अपडेट होना चाहिए। यह बात एक्सपर्ट्स ने रविवार को एमएलएन मेडिकल कॉलेज में आयोजित श्वास रोग संबंधित नेशनल वर्कशॉप में कही। इस कार्यक्रम में देशभर से आए 400 से अधिक डॉक्टर्स ने प्रतिभाग किया। आयोजन मेडिकल कॉलेज एलुमिनाई एसोसिएशन की ओर से किया गया था। दिया प्रो। प्रीतमदास व्याख्यानइसके पहले प्रो। संत कुमार जैन, प्रो। अनिल कुमार गुप्ता, प्रो। सिद्धार्थ दास, प्रो। विनीता दास ने संस्थापक प्रधानाचार्य प्रो। प्रीतमदास की प्रतिमा का अनावरण किया। नई दिल्ली से आए प्रो। एमके सेन ने सीओपीडी के आधुनिकतम स्वरूप एवं उपचार से संबंधित विषय पर प्रो। प्रीतमदास व्याख्यान व मुंबई से आई डॉ। अमिता नेने ने तपेदिक से संबंधित नवीनतम निदान व उपचार से संबंधित प्रो। डीबी चंद्रा व्याख्यान दिया। एसोसिएशन के संरक्षक प्रो। एसपी सिंह व मुख्य अतिथि ने वर्कशाप की सफलता के लिए आयोजन सचिव डॉ। आशुतोष गुप्ता को बधाई भी दी।
एक्सपर्ट्स ने रखे विचारइस दौरान नई दिल्ली से आए डॉ। यूसी ओझ ने नींद में खर्राटे, कानपुर से आए डॉ। एके सिंह ने ट्रीटमेंट अपडेट, लखनऊ से डॉ। सारिका गुप्ता ने बच्चों में अस्थमा, मुंबई से आई डॉ। नेने ने चेस्ट एक्सरे के रहस्यों, डॉ। एमके सेन ने खांसी के उपचार के बारे में लेक्चर दिया। एलुमिनाई एसोसिएशन के सचिव डॉ। शरद जैन ने बताया कि ऐसी कार्यशाला का आयोजन होते रहना चाहिए जिससे लोगों के साथ डॉक्टर्स भी अपडेट होते रहेंगे।
भावी डॉक्टर्स ने पूछे सवाल कार्यक्रम में उपस्थित स्टूडेंट ने अलग-अलग विषय पर आधारित लेक्चर को सुना। उन्होंने इससे संबंधित सवालों के जवाब भी एक्सपर्ट्स से मांगे। खासकर श्वास रोग से जुड़ी बीमारियों के आधुनिकतम इलाज के बारे में सबसे अधिक जिज्ञासा जाहिर की गई। उन्होंने सीरियस मरीजों के बेहतर इलाज के बारे में भी जाना।