RANCHI अंधकार में नई आग की ज्योति जली और उस ज्योति से हजारों मोमबतियां प्रज्जवलित हो उठी। ये ईश्वरीय ज्योति थी, यीशु मसीह की ज्योति जिसने मसीही विश्वासियों के जीवन में प्रकाश भर दिया था। रात के क्0:फ्0 मिनट के बाद ये नजारा था लोयोला ग्राउंड का जिसमें मसीही विश्वासियों ने सैटरडे को ज्योति का गुणगान किया। रात बारह बजे के बाद तीसरे दिन की शुरूआत के साथ ही प्रभु यीशु मसीह जी उठे। इससे पहले अंतर भजन का गान किया गया। भेज प्रभु निज आत्मा को है, रुप नया दुनिया का कर दे। ऐसे गीतों से लोयोला ग्राउंड गुंजायमान होता रहा। इन गीतों के अलावा हे हमारे पावन पिता और जल छिड़कते समय अल्लेलुइया- अल्लेलुइया गया गया। इस मौके पर फादर थियोडोर कुजूर ने बताया कि पास्का जागरण में ही प्रभु यीशु मसीह जीवित हो उठे। उन्होंने मृत्यु पर विजय पाई। ख्रीस्त ही संसार की ज्योति है। यीशु मृत्यु पर विजय की घोषणा करते हैं। वे मनुष्य के रुप में संसार में आए और उन्होंने मनुष्य जाति को पापों से मुक्ति दिलाई। पास्का जागरण को लेकर लोयोला ग्राउंड में हजारों हजार की संख्या में मसीही विश्वासी जमा थे। नए कपड़े पहने और एक से दूसरे के हाथों में जब मोमबत्तियां जलीं तो अंधकार में उजाले का दृश्य दिखने लगा। देर रात मसीही विश्वासियों ने अपने परिजनों के कब्रों पर मोमबत्तियां जलाई। कार्यक्रम के दौरान मसीही पुरोहित और सिस्टर्स भी मौजूद रहीं।

Posted By: Inextlive