- कार में कैश के साथ पकड़े गए यूजेवीएनएल के ईई का मामला

- ब्रीफकेस की तलाशी में कैश के साथ मिली थी 5 करोड़ की रजिस्ट्री

देहरादून,

उत्तराखंड़ जल विद्युत निगम के जिस एग्जिक्यूटिव इंजीनियर (ईई) विनोद भाकुनी को पुलिस ने कार में बेनामी रकम के साथ पकड़ा, उसके ब्रीफकेस में 5 करोड़ रुपए से अधिक की दो जमीनों की रजिस्ट्री भी मिली है. लाखों रुपए से भरा ब्रीफकेस और पांच करोड़ से अधिक की जमीनों के कागज देखकर पुलिस के होश उड़ गए. कैश और जमीनों के कागजों के चक्कर में पुलिस को मामला किसी बडे़ खेल की तरफ इशारा करता नजर आया. इस पर पुलिस ने एंटी करप्शन एक्ट में मामला दर्ज कर कैश और ब्रीफकेस में मिले डॉक्यूमेंट्स को जब्त कर लिया है.

घर पर रेड, 7 लाख कैश मिला

डोईवाला थाना पुलिस ने फ्राइडे रात को एक गोपनीय सूचना पर जल विद्युत निगम के ईई विनोद भाकुनी की सरकारी कार को रोककर तलाशी ली थी. तलाशी में एक ब्रीफकेस मिला, जिसे खोला गया तो उसमें 13.094 लाख कैश और प्रॉपर्टी के पेपर्स मिले थे. कैश के संबंध में ईई कोई संतोषजनक जवाब और साक्ष्य पेश नहीं कर पाए, इस पर पुलिस ने उनके खिलाफ एंटी करप्शन एक्ट में एफआईआर दर्ज कर 7 दिन में कैश से जुड़े साक्ष्य मांगे हैं. ब्रीफकेस में प्रॉपर्टी डॉक्यूमेंट्स मिलने पर पुलिस ने भाकुनी के देहरादून स्थित घर पर भी तलाशी ली, तो वहां से भी 7 लाख से अधिक कैश मिला. कुल मिलाकर अब तक 20 लाख से अधिक बेनामी कैश मिल चुका है.

5 करोड़ की दो रजिस्ट्री मिली

विनोद भाकुनी के ब्रीफकेस की तलाश में पुलिस को 13 लाख 9 हजार 400 रुपए कैश के अलावा 3 करोड़ 16 लाख व 1 करोड़ 90 लाख की दो रजिस्ट्री मिली हैं. 3.16 करोड़ वाली रजिस्ट्री इंद्र सिंह की और 1.90 करोड़ वाली विकास उनियाल के नाम पर है. दोनों रजिस्ट्री में इंद्र सिंह का नाम एक में विके्रता और दूसरे में क्रेता के नाम पर है. ऐसे में संदेह यह है कि इंद्र सिंह नामक शख्स का भी कैश मिलने वाले मामले से कोई संयोग हो.

पत्नी की बीमा रसीदें और जमीन के पेपर भी मिले

आरीप ईई विनोद भाकुनी के ब्रीफकेस की तलाशी में पुलिस को कैश के अलावा मिले दस्तावेजों में चार फाइलें मिली थीं. इन फाइलों में से एक में पत्‍‌नी के नाम एलआईसी की तीन रसीद, पत्‍‌नी के नाम से 4.75 लाख में बेची गई जमीन की सेलडीड की फोटो कॉपी. विनोद भाकुनी के नाम से खरीदी गई 25.50 लाख की जमीन की रजिस्ट्री मिली. दूसरी फाइल में डिपार्टमेंट से जुड़े दस्तावेज, तीसरी में विभागीय दस्तावेजों के अलावा ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट और आधार कार्ड की फोटो कॉपी मिली. चौथी फाइल में डिपार्टमेंटल मीटिंग के मिनट्स के अलावा 5 करोड़ से अधिक की दो जमीनों की रजिस्ट्री की फोटो कॉपी मिली है.

पुलिस को मिली थी सटीक सूचना

इस केस में पुलिस को ऋषिकेश से आ रही एक कार में अवैध कैश होने की सटीक सूचना मिली थी. सूचना देने वाले ने यह भी बताया था कि रकम अवैध तरीके से ली गई है. इस पर पुलिस ने वाहनों की चेकिंग शुरू कराई थी. चेकिंग के दौरान जब ईई विनोद भाकुनी की सलेटी कलर की सरकारी बोलेरो कार नंबर यूए 07 जी 6311 को रुकवाया गया तो वे खुद कार चला रहे थे. ड्राइविंग सीट के पास ही रखी ब्रीफकेस पर नंबर लॉक लगा था. पुलिस ने नंबर लॉक खुलवाया तो कैश और डॉक्यूमेंटस मिल गए.

निर्माण खंड में पोस्टिंग

कैश के साथ पकड़ा गया ईई जल विद्युत निगम के निर्माण खंड में पोस्टेड है. खासकर प्रदेश में बांधों पर बन रहे हाईड्रो पावर प्रोजेक्ट के निर्माण को सीधे सीधे डील करता है. कई बार विदेश यात्रा भी कर चुका है. यहां तक कि यूजेवीएनएल के एमडी का सबसे करीबी बताया जा रहा है. पुलिस को उसके घर की तलाश में 7 लाख से अधिक कैश मिला, लेकिन घर की स्थिति और पुरानी कार को देखकर फिलहाल किसी बड़े खेल के पकड़े जाने की उम्मीद कम ही है.

Posted By: Ravi Pal