RANCHI : बहुचर्चित 34वें राष्ट्रीय खेल घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एसीबी से दस्तावेज की मांग की है, ताकि उक्त मामले की ईडी जांच हो सके। ईडी सूत्रों की मानें तो करीब 39 करोड़ रुपये के इस घोटाले की ईडी जांच की सहमति बनी है, इसके लिए मुख्यालय से आदेश का इंतजार किया जा रहा है। मुख्यालय से अनुमति मिलने के बाद इस घोटाले की जांच तेज हो जाएगी। ईडी के अधिकारी एसीबी के अधिकारियों के संपर्क में हैं, ताकि दस्तावेजों का अध्ययन व उसपर मंथन किया जा सके।

आठ साल भी अधूरी है जांच

गौरतलब है कि राष्ट्रीय खेल घोटाला का मामला 2010 में सामने आया था। आठ साल बाद भी इसकी जांच पूरी नहीं हो सकी। एंटी करप्शन ब्यूरो (पूर्व में निगरानी) की जांच काफी धीमी रहने के कारण घोटाले की जांच अभी तक खत्म नहीं हुई। लगभग 39 करोड़ रुपये के इस घोटाले में पदाधिकारियों पर राष्ट्रीय खेल के लिए अधिक कीमत पर अधिक संख्या में खेल उपकरण खरीदने, अपनी इच्छानुसार कंपनी को टेंडर देने, वित्तीय अनियमितता जैसे आरोप लगे हैं।

ये बनाए गए हैं आरोपी

पीसी मिश्रा -तत्कालीन खेल निदेशक

एसएम हाशमी - आयोजन सचिव

कोषाध्यक्ष मधुकांत पाठक - कोषाध्यक्ष (अभी जेल में है)

सीबीआइ जांच की हो चुकी है अनुशंसा

राष्ट्रीय खेल घोटाले में केंद्रीय खेल मंत्रालय की पहल पर प्रदेश के खेलमंत्री अमर कुमार बाउरी ने मुख्यमंत्री से सीबीआइ जांच की अनुशंसा की थी। अभी सीबीआइ से उक्त मामले में स्वीकृति नहीं मिली है। पूर्व भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी लेख राज अय्यर ने कई ऑडियो क्लिपिंग्स का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय को चिट्ठी लिखी है।

Posted By: Inextlive