क्रिकेट जगत में कर्इ खिलाड़ी आए आैर गए मगर पहचान सिर्फ उन्हें मिली जो कुछ खास कर गए। एेसे ही एक खास खिलाड़ी थे इंग्लैंड के एडी पेंटर। बाएं हाथ के बल्लेबाज पेंटर के बारे में कहा जाता है कि एक बार वो अपनी टीम को हारता देख अस्पताल से सीधे मैदान खेलने पहुंच गए।


कानपुर। इंग्लैंड के पूर्व भारतीय बल्लेबाज एडी पेंटर के लिए 13 फरवरी का दिन कभी नहीं भूलने वाला है। यह वो दिन था, जब एडी अपनी टीम को जिताने के लिए अस्पताल से भाग आए थे। साल 1933 की बात है, ऑस्ट्रेलिया में इंग्लैंड और कंगारु टीम के बीच एशेज सीरीज खेली जा रही थी। सीरीज का चौथा मैच ब्रिसबेन में खेला गया। इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले खेलते हुए 340 रन बनाए। अब बारी थी इंग्लिश बल्लेबाजों की, इधर इंग्लैंड टीम बल्लेबाजी कर रही थी उधर बाएं हाथ के बल्लेबाज एडी पेंटर अस्पताल में भर्ती हो गए, उन्हें मुंह में टांसिल की शिकायत थी। पेंटर को लगा कि टीम के बाकी बल्लेबाज कंगारु गेंदबाजों का अच्छे से सामना कर लेंगे, मगर ऐसा नहीं हुआ।पायजामा पहने हुए अस्पताल से भागे
एडी पेंटर अस्पताल में इलाज के दौरान रेडियो पर कमेंट्री सुन रहे थे। अभी वह बेड पर आराम ही कर रहे थे कि रेडियो पर इंग्लिश बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन की खबर आई। कंगारु गेंदबाजों के सामने इंग्लैंड के ज्यादातर बल्लेबाज जूझ रहे थे। एडी के कानों में जैसे ही ये खबर लगी वह अस्पताल में जिस हालत में थे, उसी में वहां से भाग खड़े हुए। एडी ने अस्पताल के बाहर आकर टैक्सी पकड़ी और तुंरत मैदान पर पहुंच गए। 198 रन पर 5 विकेट गिरने के बाद एडी मैदान पर बल्लेबाजी करने आए और दिन के अंत तक 24 रन बनाकर नाबाद लौटे।टीम को दिलाई शानदार जीतदूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद एडी फिर अस्पताल पहुंचे और जो इलाज अधूरा छोड़कर आए थे उसे पूरा करवाया। मगर अगली सुबह तक एडी बिल्कुल फिट हो चुके थे और तीसरे दिन भी बल्लेबाजी की। एडी ने इस पारी में 83 रन बनाए। जिसकी बदौलत इंग्लिश टीम 356 रन पर पहुंच पाई। इसके बाद दूसरी पारी में कंगारु बल्लेबाज सिर्फ 175 रन पर सिमट गए। अब आखिरी पारी में इंग्लैंड को जीत के लिए 160 रन चाहिए थे। इंग्लिश बल्लेबाजों ने यह लक्ष्य चार विकेट खोकर हासिल कर लिया और इंग्लैंड ने यह मैच 6 विकेट से अपने नाम किया। इस जीत का श्रेय एडी पेंटर को जाता है।टेस्ट में है करीब 60 का औसत


इंग्लैंड के बाएं हाथ के धुरंधर बल्लेबाज रहे एडी पेंटर उन चुनिंदा क्रिकेटरों में शामिल हैं जिनका टेस्ट औसत काफी अच्छा है। क्रिकइन्फो पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, पेंटर ने 8 साल के टेस्ट करियर में कुल 20 मैच खेले जिसमें उन्होंने 59.23 की औसत से 1540 रन बनाए। इसमें चार शतक और सात अर्धशतक भी शामिल हैं। टेस्ट में इनका हाईएस्ट स्कोर 243 रन है।जब श्रीलंका को हराने के लिए भारत-पाक क्रिकेटर एक टीम में खेलेआज ही पैदा हुआ था वो बल्लेबाज, जिसके शतक लगाने पर कभी नहीं हारा भारत

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari