मिस्र के स्वतंत्र रूप से निर्वाचित प्रथम नेता मोहम्मद मुर्सी शनिवार को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं.

बीते हफ्ते ही राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे सामने आए थे जिसमें उन्हें बहुमत हासिल हुआ था। मुस्लिम ब्रदरहुड के उम्मीदवार सर्वोच्च संवैधानिक अदालत के समक्ष शपथ ग्रहण करेंगे। इसके बाद उनका काहिरा विश्वविद्यालय में संबोधन होगा। यहां वे सेना के एक ठिकाने पर पहुंचेगे जहां वे सैन्य शासन से सत्ता का जिम्मा अपने हाथ में लेगें।

इससे पहले शुक्रवार को राजधानी काहिरा के तहरीर चौक पर मुर्सी ने अपने हजारों समर्थकों की मौजूदगी में प्रतीकात्मक शपथ ग्रहण की थी। उन्होंने वादा किया कि वे मिस्र के सभी लोगों के राष्ट्रपति होंगे। उन्होंने कहा, ''ये क्रांति तब तक जारी रहना चाहिए जब तक कि इसके सारे लक्ष्य हासिल नहीं हो जाते.''

मुर्सी ने कहा कि उनके शासन में मिस्र एक असैन्य राष्ट्रवादी देश होगा। हालांकि उन्होंने अपनी पार्टी के इस्लामी शासन के लक्ष्य का जिक्र नहीं किया। मुस्लिम ब्रदरहुड के प्रवक्ताओं ने इससे पहले कहा था कि मुर्सी संसद के समक्ष शपथ लेंगे जिसे बीते हफ्ते भंग कर दिया गया था।

बीते साल नवंबर में चुने गए इस सदन में मुस्लिम ब्रदरहुड का दबदबा था जिसे फ्रीडम एंड जस्टिस पार्टी और अन्य इस्लामी गुटों का समर्थन हासिल था। शुक्रवार को मुर्सी ने वादा किया था कि वे उन नागरिकों की रिहाई के लिए कार्य करेंगे जिन्हें सेना ने हिरासत में लिया था। उन्होंने राष्ट्रपति होस्नी मुबारक को अपदस्थ करने के लिए बीते साल शुरु हुई क्रांति में मार गए और घायल हुए लोगों के साथ न्याय करने का भी वादा किया है।

Posted By: Inextlive