पुलिस भर्ती परीक्षा में सॉल्वर्स का 'कब्जा', कानपुर के एग्जाम सेंटर्स पर पकड़े गए 8 मुन्नाभाई
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KANPUR : पुलिस भर्ती परीक्षा में सॉल्वरों की सेंधमारी दूसरे दिन भी जारी रही। शहर के अलग-अलग एग्जाम सेंटर्स में कुल 8 सॉल्वर और एक संदिग्ध परीक्षार्थी को अरेस्ट किया गया। ये सभी सॉल्वर दूसरे की जगह फर्जी दस्तावेज तैयार कर एग्जाम देने पहुंचे थे। एग्जाम सेंटर में बॉयोमीट्रिक जांच व फोटो मिलान के दौरान इनको पकड़ लिया गया। इससे पहले संडे को भी चकेरी स्थित सेंटर से एक साल्वर को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने सॉल्वरों के पास से फर्जी आईकार्ड और स्कैन करके फोटो मिक्सिंग से तैयार एडमिट कार्ड भी बरामद हुए हैं। पुलिस गिरोह के सरगना व अभ्यर्थियों की तलाश में जुटी है।
खुला फोटो मिक्सिंग का खेल
चकेरी थाना क्षेत्र के एग्जाम सेंटर में पहली शिफ्ट में एग्जाम के दौरान अभ्यर्थियों का बायोमैट्रिक मिलान चल रहा था। इस बीच फिरोजाबाद निवासी हरेंद्र और फतेहपुर निवासी कृष्णप्रताप की फोटो मौके पर मौजूद सॉल्वरों से मैच नहीं कर रही थी। दोनों से पूछताछ में पूरा खेल सामने आ गया। ये दोनों बिहार निवासी विशाल व कंकरवार बिहार निवासी पुरुषोत्तम कुमार की जगह सॉल्वर बन कर परीक्षा देने पहुंच थे। उन्होंने पुलिस की पूछताछ में बताया कि अभ्यर्थियों की फोटो को स्कैन करने के बाद बड़ी ही सफाई से फोटो मिक्सिंग की गई थी। इसके बाद भी उनका खेल खुल गया।
कई एग्जाम में सफल हुआ सॉल्वर
बजरिया रोड स्थित हरसहाय जगदम्बा इंटर कॉलेज से पकड़े गए सॉल्वर सुधांशु ने पुलिस को बताया कि उसे सॉल्वर बनने के लिए 30 हजार रुपए मिले थे। उसने इससे पहले बिहार और उड़ीसा में कई प्रतियोगी परीक्षाओं में सॉल्वर के रूप में सफल होने की बात कबूल की है। उसके पास से अभ्यर्थी अजय का फर्जी आईकार्ड बरामद किया गया है। इंस्पेक्टर जयप्रकाश पाल के अनुसार पकड़े सॉल्वर की निशानदेही पर अभ्यर्थी की भी तलाश की जा रही है।
मिलनी थी मोटी रकम
नौबस्ता श्यामनगर में राधिका इंटर कॉलेज से सॉल्वर दरभंगा बिहार का सुमित कुमार व अभ्यर्थी कौशांबी निवासी रंजीत को पकड़ा गया। हरसहाय कॉलेज में बने केंद्र में सॉल्वर मुंगेर बिहार निवासी सुधांशु कुमार को पकड़ा गया। वह आगरा के अभ्यर्थी अजय की जगह एग्जाम देने पहुंचा था। सॉल्वरों ने इसके बदले में मोटी रकम मिलने की बात कबूल की है।
फुफेरे भाई की जगह पहुंचा
इसी तरह बिधनू में मुरादाबाद निवासी सनी कुमार यादव को पकड़ा गया। वह अपने फुफेरे भाई की जगह एग्जाम देने पहुंचा था। पुलिस के अनुसार सॉल्वर दिल्ली में रहकर एसएससी की तैयारी कर रहा है। काकादेव में सरस्वती महिला कालेज से सॉल्वर जहानाबाद बिहार निवासी पंकज कुमार को गेट पर ही चेकिंग के दौरान पकड़ा गया। वह फिरोजाबाद निवासी नितुल की जगह एग्जाम देने पहुंचा था। किदवईनगर स्थित बृहस्पति महिला महाविद्यालय से सॉल्वरों नगला गोकुल फिरोजाबाद निवासी सम्राट सिंह यादव और आवागढ़ एटा निवासी अंशुल कुमार को पकड़ा गया। दोनों अपने दोस्त विमल व सुमित की जगह एग्जाम देने आए थे।
यूपी से बिहार तक फैले तार
पुलिस के अनुसार पूछताछ में सामने आया कि प्रतियोगी परीक्षाओं में पास कराने का ठेका लेने वालों के तार यूपी से लेकर बिहार तक फैले हुए हैं। यह लोग कोचिंग मंडियों पर ज्यादा नजर रखते हैं। एक दूसरे से बातचीत के बाद अभ्यर्थी मास्टर माइंड के संपर्क में आते हैं। लेनदेन तय होने के बाद मास्टरमाइंड ही अभ्यर्थी को सॉल्वर उपलब्ध कराता है, जिसका पैसा डायरेक्ट मास्टरमाइंड से ही तय होता है। काकादवे कोचिंग मंडी सॉल्वर्स का बड़ा गढ़ है।