- बच्चे की प्रतिभा और डिमांड को लेकर असमंजस में पड़ा यूपी बोर्ड

- दसवीं की साइंस कैटेगरी में परीक्षा देना चाहता है आठ साल का छात्र

prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ: कहते हैं कि प्रतिभा कभी उम्र की मोहताज नहीं होती है। ऐसा ही कमाल लखनऊ के आठ साल के एक छात्र ने कर दिखाया है। इस मेधावी छात्र ने यूपी बोर्ड के सचिव को पत्र लिखकर हाईस्कूल की विज्ञान वर्ग की परीक्षा में शामिल होने की इजाजत मांगी है। इसमें भी खास बात यह है कि अभी तक बच्चे ने सिर्फ गृह शिक्षा ली है। यानी उसने आज तक किसी स्कूल में पढ़ाई नहीं की है।

2019 की बोर्ड परीक्षा देना चाहता है आदित्य

लखनऊ के एल्डिको उद्यान-दो रक्षा खंड रायबरेली रोड निवासी प्रोफेसर पवन कुमार आचार्य की हसरत है कि उनका आठ वर्षीय बेटा राष्ट्रम आदित्य श्रीकृष्ण सीधे यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की विज्ञान वर्ग की 2019 की परीक्षा में शामिल हो। पवन का दावा है कि 17 अक्टूबर 2010 को जन्मा उनका बेटा मेधावी और अद्भुत प्रतिभा का धनी है। वह अब तक किसी स्कूल भले ही नहीं पढ़ा है, लेकिन उनकी पत्नी से जिस तरह से उसे पढ़ाया है कि उसके अंदर दसवीं की परीक्षा में शामिल होने की प्रतिभा है।

डिप्टी सीएम तक पहुंचाई है अर्जी

राष्ट्रम आदित्य श्रीकृष्ण के पिता पवन कुमार ने इस संबंध में सूबे के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा को इस संबंध में पत्र सौंपा है। इसके बाद यूपी बोर्ड के डायरेक्टर विनय कुमार पाण्डेय ने पत्र को बोर्ड की सचिव को भेज दिया।

पहले भी दो छात्राओं को दिया है मौका

डिप्टी सीएम को लिखे पत्र में पवन कुमार ने यह भी कहा कि ऐसे ही दो मामलों में यूपी बोर्ड नेम दो छात्राओं का मौका दिया है। इसमें आठ वर्ष की सुषमा वर्मा और सात वर्ष की नैना जायसवाल शामिल है। दोनों ही छात्राओं को दसवीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल होने का मौका मिल चुका है। इसी आधार पर पवन कुमार ने भी अपने बेटे के लिए मौका मांगा है।

रजिस्ट्रेशन व एज फैक्टर है मुश्किल

यूपी बोर्ड ऐसे प्रतिभाशाली स्टूडेंट्स को लेकर उत्साहित है, लेकिन बोर्ड के नियम ही उसके आड़े आ रहे हैं। अभी तक नौवीं में रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। इसके साथ ही दसवीं की बोर्ड परीक्षा में छात्र की उम्र कम से कम 14 साल होना अनिवार्य है। इन नियमों में छूट देने को लेकर बोर्ड के अधिकारी जानकारी एकत्र करने में जुटे है।

वर्जन

मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। शीघ्र ही इस पर निर्णय लिया जाएगा।

नीना श्रीवास्तव, बोर्ड सचिव

Posted By: Inextlive