-मई फ‌र्स्ट वीक में ही शुरू होगी चारधाम यात्रा

-बाकी आपदा के कार्य भी किसी चुनौती से कम नहीं

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DEHRADUN : आखिरकार लोकसभा चुनावों का शंखनाद हो चुका है। प्रदेश में पांच लोकसभा सीटों के लिए सात मई को वोटिंग और क्म् मई को काउंटिंग की तारीख तय की गई हैं। लेकिन इसके वहीं दूसरी तरफ मई के पहले सप्ताह में राज्य की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा का भी शुभारंभ हो रहा है। यकीन के साथ कहा जा सकता है कि राज्य में ऐसे दो महापर्व किसी चुनौती से कम नहीं होंगे।

दो मई से चार धाम

चारधाम यात्रा की शुरुआत दो मई से लेकर पांच मई तक हो रही है। चार मई सुबह छह बजे भगवान केदारनाथ और पांच मई सुबह चार बजे भगवान बद्रीविशाल के कपाट खुलने तय हैं। ऐसे में चारधाम यात्रा से संबंधित प्रशासन के सामने यह बिग चैलेंज जैसा साबित होगा। हालांकि संबंधित प्रशासन इस बावत कह रहे हैं कि यात्रा से जुड़े विभागों के कर्मचारियों व अधिकारियों को इलेक्शन ड्यूटी से मुक्त रखा जाएगा।

यात्रा भी किसी से कम नहीं चैलेंज

पिछले साल क्म् व क्7 जून के प्रदेश में आई जल त्रासदी ने सब कुछ तबाह कर रख दिया। सबसे ज्यादा नुकसान केदारघाटी में हुआ, यह सर्वविदित है। जाहिर है कि इन चुनौतियों के बीच इस बार चारधाम यात्रा नए सिरे से शुरू कराना पहले ही प्रदेश सरकार या फिर संबंधित जिलों के प्रशासन की है। संबंधित जिला प्रशासन को यह भी देखना होगा कि चारधाम यात्रा पर पहुंचने वाले यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, यह भी देखना होगा। इस बावत पहले से ही अधिकारियों को कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी गई है।

निर्माण कार्य की चुनौती

लोक सभा चुनावों की घोषणा होने पर संबंधित प्रशासन के सामने दूसरे चुनौती भी खड़ी हो गई है। इसके अलावा आपदाग्रस्त इलाकों में सड़क, बिजली, पानी, पुनर्निर्माण, विस्थापन जैसी समस्याओं को भी फेस करना अतिरिक्त चैलेंज है। हालांकि मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि आपदा संबंधित सभी काम को आचार संहिता से मुक्त रखा जाएगा।

Posted By: Inextlive