-व्हॉट्स ऐप, लाइन, वीचैट और हैंगआउट बने प्रचार का जरिया

-लिंगदोह के नियम भी नही होते लागू, प्रचार के लिए सोशल साइट्स का ले रहे सहारा

-एबीवीपी ने घोषित किए यूनियन इलेक्शंस को लेकर उम्मीदवार

DEHRADUN : तकनीक तेजी से बदल रही है। फेसबुक और ट्वीटर जहां बड़े समूहों के लिए पब्लिसिटी के हथियार साबित हो रहे हैं, वहीं अब व्हॉट्सऐप, लाइन, हैंगआउट और वी चैट जैसे नए जमाने के सोशल नेटवर्क टूल भी प्रचार के साधन बनते जा रहे हैं। दून के कॉलेजेज में इलेक्शंस को लेकर डेट्स डिक्लेयर हो चुकी हैं। यूनियन इलेक्शन को लेकर उम्मीदवार अपनी पहुंच बनाने प्रचार के लिए इन टूल्स को प्रचार का माध्यम बना रहे हैं। ये एप्स कॉलेज के सीमित वोटर्स के बीच संदेश पहुंचाने का सशक्त माध्यम साबित हो रहे हैं। वी चैट, लाइन और हैंगआउट पर जहां वॉइस मैसेजज और वीडियो के माध्यम से प्रचार कर रहे हैं, वहीं व्हॉट्सऐप पर ऑडियो, फोटो और टेक्स्ट मैसेजज के जरिये चुनाव प्रचार किया जा रहा है।

प्रचार के नए तरीके अपनाए

सिटी कॉलेजेज में इलेक्शन कैंपेन अपने पूरे जोर पर है। हालांकि अभी किसी कॉलेज में इलेक्शन को लेकर अधिसूचना जारी नहीं की गई है। डीएवी पीजी कॉलेज में आज अधिसूचना जारी होगी। चुनाव प्रचार के दौरान पारंपरिक तौर तरीकों पर लिंगदोह की पाबंदियां और दबाव हमेशा रहता है, जिसके लिए स्टूडेंट्स भी नए-नए तरीके ईजाद कर चुनाव प्रचार करते है। इन दिनों भी फेसबुक, ट्विटर पर चुनाव ही नजर आ रहा है। लेकिन इस बार स्टूडेंट्स ने व्हॉट्सऐप, लाइन जैसे मोबाइल मैसेंजर्स को भी प्रचार का हथियार बनाया है।

लिंगदोह के नियम भी नहीं आते आड़े

व्हॉट्सऐप, लाइन, वीचैट और हैंगआडट जैसी दर्जनों मोबाइल ऐप्स हैं जो इंटरनेट के जरिए वाइस, वीडियो, टेक्स्ट और इमेजिज भेजने के काम मे लाई जा रही है। आपको जरूरत है तो सिर्फ फोन नंबर्स की। जो कॉलेजों में मिलने बेहद आसान है। कैंडिडेट्स भी इन मोबाइल ऐप्स को काफी कारगर मान रहे हैं। उनका मानना है कि इन एप्स से आप किसी भी वक्त अपना प्रचार कर सकते हो। साथ ही लिंगदोह की सिफारिशों और नियमों का भी उल्लंघन पही होता।

प्रचार को काफी आसान बना दिया है

कॉलेज में तो प्रचार किया ही जाता है, लेकिन इन माध्यमों से किसी को भी कभी आप आसानी से अपनी बात कह सकते हो। पारंपरिक तरीकों में बहुत नियम और कायदों का पालन करना पड़ता है लेकिन इन मोबाइल एप्स ने प्रचार को काफी आसान बना दिया है। इनके जरिए न शोर हो रहा है और न ही नियमों का उल्लंघन।

- शिवांग उनियाल, प्रत्याशी, डीएवी पीजी कॉलेज

अभी तक पोस्टर्स, बैनर्स और पैंप्लेट्स के जरिए ही प्रचार होता था। टेक्नोलॉजी के आने से फेसबुक, ट्विटर और मोबाइल एप्लिकेशंस अपनी बात लोगों तक पहुंचाने का एक बेहतर प्लेटफॉर्म बन चुके हैं।

-पवन चौहान, प्रत्याशी, एसरीआरआर पीजी कॉलेज

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एबीवीपी ने घोषित किए उम्मीदवार

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने यूनियन इलेक्शंस को लेकर सभी कॉलेजेज के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। संगठन ने एमकेपी, एसजीआरआर, डीबीएस पीजी और गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज डाकपत्थर के लिए ट्यूजडे को उम्मीदवार घोषित कर दिए। संगठन के प्रांत संगठन मंत्री रमेश गढि़या, प्रदेश उपाध्यक्ष रमाकांत श्रीवास्तव, प्रदेश सह मंत्री आशीष बहुगुणा और महानगर मंत्री राकेश नेगी ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की। प्रांत संगठन मंत्री रमेश गढि़या ने बताया कि डीबीएस पीजी के अध्यक्ष पद के लिए हिमांशु कुमार, एसजीआरआर पीजी कॉलेज के अध्यक्ष पद पर नवल नेगी और यूनिवर्सिटी रिप्रेजेंटेटिवपद पर अजय भट्ट, गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज डाकपत्थर के अध्यक्ष पद के लिए खजान राणा और महासचिव पद के लिए मासूम अंसारी को उम्मीदवार घोषित किया गया। इसके अलावा एमकेपी पीजी कॉलेज के लिए सपना चौहान प्रेसीडेंट, साक्षी भट्ट वाइस प्रेसीडेंट, सेक्रेट्री पद पर ममता राणा, सहसचिव पद पर अनामिका वर्मा, कोषाध्यक्ष पद पर विधि तिवारी, यूआर के लिए असमा अंसारी और कार्यकारिणी सदस्य के लिए साक्षी शर्मा और रीना पंवार दावेदारी करेंगे। इस मौके पर संगठन से जुड़े पदाधिकारी मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive