- चुनाव आयोग ने हायर कर लिए सिटी के वीडियो कैमरे

- चुनाव में दौड़ने के लिए हायर की गई फोर व्हीलर गाडि़यां

- शादी को लेकर परेशानी में हैं दूल्हे राजा

agra@inext.co.in

AGRA। अब लोकसभा चुनाव शादियों में भी खलल डाल रहा है। दूल्हा तैयार है, बाराती भी लेकिन बारात ले जाने के लिए न गाडि़यां हैं और न जिंदगी के यादगार लम्हों को संजोकर रखने वाले फोटोग्राफर। वजह ये है कि चुनाव आयोग के निर्देश पर सिटी के मोस्टली वीडियो कैमरा व गाडि़यों को चुनाव के लिए हायर किया गया है ताकि वोटिंग के दौरान मतदान केन्द्र की वीडियोग्राफी कराकर चुनाव आयोग तक भेजी जा सके।

खुद करनी पड़ सकती है वीडियोग्राफी

जिंदगी के यादगार पलों को हर कोई हमेशा संजोकर रखना चाहता है। और मैरिज से ज्यादा खास पल किसी के लिए क्या हो सकता है। तभी तो लोग मैरिज के लिए पहले से वीडियोग्राफी का इंतजाम करवा लेते हैं लेकिन इस बार लोगों के सामने चुनाव आयोग ने प्रॉब्लम क्रिएट कर दी है। वीडियो कैमरों को चुनाव में लगा दिया है जिसके चलते फोटोग्राफर्स शादी की वीडियोग्राफी के लिए आने वाले कस्टमरों को वापस कर रहे हैं।

पोलिंग सेंटरों की पल-पल की होगी रिकॉर्डिग

लोकसभा चुनाव में हर प्रकार की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए चुनाव आयोग ने सख्त रवैया अपनाया है। इसके लिए चुनाव आयोग के निर्देशन पर सिटी के वीडियोग्राफरों के वीडियो कैमरे चुनाव के लिए बुकिंग कराए हैं जो पोलिंग बूथों पर चप्पे-चप्पे पर नजर रखेंगे। जिनकी वीडियो रिकॉर्डिग भी चुनाव आयोग के पास भेजी जाएगी।

सहालग और चुनाव दोनों साथ-साथ

इस बार लोकसभा चुनाव और सहालग दोनों साथ-साथ पड़े हैं। फोटोग्राफर्स सहालग का सीजन आने के लिए लंबे समय तक इंतजार करते हैं ताकि इस मौसम में जमकर कमाई कर सकें लेकिन इस बार ऐसा होता नहीं दिख रहा है क्योंकि चुनाव आयोग की सख्ती के बाद फोटो स्टूडियो संचालकों को फोन और नोटिस के द्वारा कैमरा बुक कराए जाने के आदेश दे दिए गए हैं।

जबरन लिए जाएंगे वीडियो कैमरे

चुनाव समाप्त होने के बाद वीडियो कैमरा ऑनरों को पैसा देने के नाम पर टहलाया जाता है जिसकी वजह से स्टूडियो ऑनर चुनाव में कैमरा लगाए जाने से कतराते रहते हैं। लेकिन इस बार यदि वीडियो कैमरा पूरे नहीं हो सके तो प्रशासन जबरन वीडियो कैमरा लेकर उन्हें पोलिंग सेंटरों पर भेज सकता है।

नहीं चलेगा कोई बहाना

प्रशासन के पास सिटी के वीडियोग्राफर्स के नाम और नंबर दर्ज हैं, जिन्हें फोन करके वीडियो कैमरा बुक कराए गए हैं ऐसे में यदि कोई बहाना बनाकर बचना चाहे तो भी उसकी नहीं सुनी जाएगी। दयालबाग रोड स्थित वीडियोग्राफर महेश राठी ने बताया कि कई बार बहाना बनाया न आने पर नोटिस भेजने की बात और प्रशासन कह रहा है।

शादी की रिकॉर्डिग कौन करेगा

फोटोग्राफर सुनील शिंदे का कहना है कि यदि सिटी के वीडियो कैमरा चुनाव में चले जाएंगे तो शादियों के लिए वीडियो कैमरे कहां से आएंगे, ऐसी स्थिति में तो लोगों को वीडियो कैमरे खुद परचेज करके खुद ही रिकॉर्डिग करनी पड़ेगी।

शहर में नहीं हैं इतने कैमरे

सिटी में छोटे बड़े मिलाकर लगभग ब्78 फोटोग्राफर्स हैं, जिनमें किसी के पास एक तो किसी के पास दो वीडियो कैमरे हैं। यदि प्रशासन आधे से अधिक वीडियो कैमरों को चुनाव में लगा देगा तो शादी के लिए वीडियो कैमरा कहां से आएंगे वहीं प्रशासन द्वारा ऐसे स्थानों पर दो से तीन कैमरे लगाए जाने की बात कही जा रही है जो पोलिंग बूथ संवेदनशील होंगे।

गाडि़यां भी लगी चुनाव में

शादी में बारात के लिए गाड़ी बुक कराने पहुंचे रामगोपाल यादव को गाड़ी नहीं मिली, एक नहीं बल्कि कई ट्रैवल एजेंसी पर पहुंचे लेकिन हर किसी के पास से केवल एक ही जवाब मिला, सॉरी गाडि़यां अवेलेबल नहीं है। वजह जाननी चाही तो पता चला कि गाडि़यों को चुनाव आयोग के निर्देशन पर चुनाव के लिए हायर किया गया है।

'चुनाव आयोग के निर्देश पर सभी वीडियो कैमरे बुक कर दिए गए हैं, वीडियो कैमरा चुनाव में न भेजने पर नोटिस देने की बात कही है.'

अर्पित फोटो स्टूडियो, आवास विकास

'चुनाव में गाडि़यों की भारी डिमांड रहती है, जिसे देखते हुए चुनाव आयोग ने मोस्टली फोर व्हीलर गाडियों को चुनाव के लिए बुक कर लिया है। जो बची हैं उनके ड्राईवर कहीं भी जाने से इंकार कर रहे हैं.'

विकास शर्मा, ट्रैवल एजेंसी ऑनर

'मेरी ख्फ् अप्रैल को वृंदावन बारात जानी है लेकिन शादी के लिए गाडि़यां नहीं मिल पा रही हैं। अपने रिश्तेदारों से बात की जा रही है ताकि बारात उनके वाहनों से पहुंच सके.'

शैलेश, दूल्हा

'क्म् अप्रैल से सहालग शुरू हो रहे हैं, जो लगभग भ् मई तक रहेंगे। जिस बीच में चुनाव पड़ रहे हैं उसी बीच में शादियां भी हैं.'

महेश चन्द्र शर्मा, पंडित

Posted By: Inextlive