2 जोन में बंटा है लेसा

9 लाख के करीब उपभोक्ता

इन इलाकों में संकट

- चिनहट, कमता, इंदिरा नगर सेक्टर आठ, आलमबाग, चौक, खदरा, मडि़यांव, जानकीपुरम, लालकुआं, नक्खास, बालागंज आदि.

बिजली का गणित

- 20,400 मेगावाट थी बिजली की डिमांड 23 जून 18 को दर्ज की गई थी यह डिमांड

- 21,500 मेगावाट बिजली की डिमांड इन दिनों

- 22 हजार मेगावाट रहती है डिमांड पीक ऑवर्स में

- ट्रिपिंग की समस्या से बढ़ी मुश्किलें, अधिकतर इलाकों में स्थिति खराब

- पिछले साल के मुकाबले बिजली की डिमांड में भी खासा इजाफा

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LUCKNOW (9 June)

नो ट्रिपिंग जोन में शामिल राजधानी में लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है. आलम यह है कि सुबह से रात तक बिजली की आंख मिचौली जारी है. महकमे की ओर से भरपूर बिजली के दावे तो किए गए थे लेकिन अभी तक ये दावे हकीकत में तब्दील होते नजर नहीं आ रहे हैं.

बढ़ी ट्रिपिंग की समस्या

बढ़ते तापमान के साथ ट्रिपिंग की समस्या भी गंभीर होती जा रही है. शहर के अधिकांश इलाकों में ट्रिपिंग की समस्या आ रही है. फिर भी महकमे की ओर से इसे दूर करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं.

यहां स्थिति खराब

जानकारी के अनुसार, चिनहट की गुलिस्तान कॉलोनी में पूरी रात लाइट का आना जाना लगा रहा. इसी तरह रहीम नगर और महानगर में भी लोगों को करीब तीन घंटे तक बिजली संकट का सामना करना पड़ा. वहीं इस्माइलगंज के मंगलपुरी, आलमबाग, बड़ा बरहा में भी लाइट ने लोगों को खूब परेशान किया. महकमे की ओर से बताया गया कि शांति नगर ट्रांसफॉर्मर में शटडाउन लिया गया, जिससे बड़ा बरहा आदि इलाकों में बिजली सप्लाई प्रभावित है. इसी तरह ऐशबाग के खजुहा, रामनगर, धोबीघाट आदि में भी ट्रिपिंग की समस्या सामने आई.

देर रात बिजली गुल

कई इलाकों में देर रात बिजली गुल हो रही है. भले ही एक घंटे में बिजली आ जाती हो लेकिन इससे लोगों की नींद में खलल पड़ रहा है. मेंटीनेंस के कारण शटडाउन लिए जाने की जानकारी लोगों को नहीं दी जा रही है. जिससे पता ही नहीं चल रहा है कि बिजली कब जाएगी और कब आएगी. जबकि मध्यांचल एमडी संजय गोयल ने निर्देश दिए थे कि शटडाउन से पहले लोगों को इसकी जानकारी दी जाए.

भरे बाजार टूटा तार

संडे को चौक बाजार में बिजली का तार टूटकर नीचे गिर गया. जिससे वहां से गुजर रहे लोगों में भगदड़ मच गई. जानकारी सामने आई कि एक दो तारों में आग भी लगी. संयोग से कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ.

लो वॉल्टेज की समस्या

रश्मि खंड में रहने वालों को लो वॉल्टेज की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. लोगों की माने तो अक्सर लो वोल्टेज हो जाता है जिससे इलेक्ट्रिक उपकरण खराब होने का डर बना रहता है.

बढ़ी बिजली की डिमांड

पिछले साल के मुकाबले इस साल बिजली की डिमांड में भी इजाफा हुआ है. विभागीय सूत्रों की माने तो पिछले साल के मुकाबले इस साल जून में बिजली की डिमांड में करीब हजार मेगावाट की वृद्धि हुई है.

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पानी का भी संकट

गढ़ी पीर खां वार्ड हो या लालकुआं वार्ड, जनता को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है. पर्याप्त पानी न मिलने के कारण जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आलमबाग में भी पानी संकट की समस्या सामने आ रही है. वहीं जिन इलकों में बिजली की आवाजाही लगी रहती है वहां पानी की समस्या होना स्वाभाविक है.

Posted By: Kushal Mishra