- करंट से होने वाली दुर्घटना को रोकने के लिए बिजली निगम का कड़ा रूख

-शटडाउन देने के नियमों को सख्त करते हुए सभी की जिम्मेदारी तय

- 33 व 11 हजार केवी लाइन का शटडाउन जेई व एसडीओ के जिम्मे

GORAKHPUR: बिजली मरम्मत के समय काम करने के दौरान करंट की चपेट में आने से हो रही दुर्घटनाओं पर पावर कार्पोरेशन ने कड़ा रूख अख्तियार किया है। शटडाउन देने के नियमों को सख्त करते हुए सभी की जिम्मेदारी भी तय कर दी गई है। अब बिजली निगम के संविदाकर्मी किसी भी हाल में शटडाउन नहीं ले सकेंगे।

अब एलटी लाइन (जिस लाइन से घरों में बिजली जाती है)और 11 केवी लाइन (हाइटेंशन लाइन)का शटडाउन टीजी टू लेंगे। 11 और 33 केवी के लाइन पर काम करने के लिए संबंधित क्षेत्र के जेई को शटडाउन लेने को अधिकृत किया गया है। 33 केवी और इससे ऊपर की लाइन पर काम करने के लिए शटडाउन एसडीओ लेंगे। साथ ही 33 केवी और इससे ऊपर की लाइन पर काम कराने से पहले शटडाउन मूवमेंट रजिस्टर व अधिकारी रजिस्टर भी भरना अनिवार्य कर दिया गया है। इस रजिस्टर में शटडाउन के कारण, समय आदि के बारे में विस्तार से जानकारी देनी होगी।

शटडाउन के बाद हुए हादसे

- डीडीयूजीयू के पास लाइन बनाते समय करंट लगने से लाइनमैन की मौत

-खोराबार एरिया में शटडाउन के बाद करंट उतरा लाइनमैन की मौत

-मोहद्दीपुर में तार कसने के दौरान करंट उतरा प्राइवेट लाइनमैन की मौत

-गोरखनाथ एरिया में शटडाउन के दौरान करंट उतरने से लाइनमैन घायल

-शटडाउन के बाद भी शास्त्री चौक के पास प्राइवेट बिजली कर्मी की लाइन बनाते समय करंट से मौत

कोट

शटडाउन के लिए नियमों की जानकारी सभी को दे दी गई है। दुर्घटनाएं रोकने के लिए इन नियमों का कड़ाई से अनुपालन कराया जाएगा।

एके सिंह, अधीक्षण अभियंता शहर

Posted By: Inextlive