क्रिकेट गेंद और बल्‍ले के बीच जंग की कहानी है। इस जंग में दोनों में जिसका पलड़ा भारी हो जाता है वही अपनी टीम को विजेता बना देता है। आज से इंडिया और न्‍यूजीलैंड के बीच दूसरा टेस्‍ट मैच कोलकता में हो रहा है। इस सीरीज का पहला मैच कानपुर में खेला गया और भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी टीम को जीत दिलाई थी। हालाकि रफ्तार के मामले में भारत के ऑलटाइम ग्रेट ऑलराउंडर कपिल देव को लोगों ने पीछे छोड़ दिया है पर उनकी गेंदबाजी के जादू से कोई इंकार नहीं कर सकता। आइये आज जाने दुनिया के दस तेज गेंदबाजों के बारे में जिनकी रफ्तार से बल्‍लेबाज थर्राते रहे हैं।

शोएब अख्तर: इसमें पहला नाम शोएब अख्तर का इसलिए है क्योंकि वे 160 से ऊपर की गति से गेंद फेंकने वाले इकलौते गैर-ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं। 2003 विश्वकप के दौरान उन्होंने इंगलैंड के खिलाफ 161.3 की स्पीड से गेंद फेंकी थी। हालाकि अगर गेंदबाजी के शानदार पाकिस्तानी सितारों की बात करें तो स्विंग के बादशाह कहे जाने पूर्व क्रिकेटर वसीम अकरम और पूर्व पाकिस्तानी कप्तान इमरान खान का नाम सबसे ऊपर लिया जायेगा।

ब्रेट ली: यूं तो अगर माहतम ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की बात करें तो ब्रेट ली से पहले ग्लेन मैक्ग्रा और डेनिस लिली जैसे खिलाड़ियों का नाम आता है, लेकिन रफ्तार के मामले में ली आगे निकल गए हैं। उन्होंने साल 2005 में नेपियर मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ 161.1 की रफ्तार से गेंद फेंकी थी।

शॉन टेट: ऑस्ट्रेलिया के ही शॉन टेट भी 161.1 की रफ्तार वाली गेंद फेंक चुके हैं। वैसे वो दो बार 160 के ऊपर की स्पीड से गेंद फेंक चुके हैं, पहली बार उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 2010 में160.7 किमी की रफ्तार से गेंद फेंकी थी, और दूसरी बार 161.1 की गति से इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में गेंद फेंकी।

ज्यॉफ्री थॉम्पसन:  ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज ज्यॉफ्री थॉम्पसन भी 160.4 की रफ्तार से गेंद फेंक चुके हैं।

एंडी रॉबर्ट्स: इस लिस्ट में अगर वेस्ट इंडीज के गेंदबाजों का नाम शामिल किया जाये तो मैल्कम मार्शल, माइकल होल्डिंग और जोएल गार्नर का नाम पहले लिया जायेगा। लेकिन अपनी 159.5 की स्पीड से गेंद फेंकने की क्षमता के कारण एंडी राबर्टस बाकियों से आगे निकल गए।

फिडेल एडवर्ड्स:  अगला नंबर भी वेस्ट इंडीज के ही फिडेल एडवर्ड्स का है जिन्होंने 2003 में दक्षिण अफ्रिका के खिलाफ 157.7 की स्पीड से गेंद फेंक कर अपना खौफ पैदा किया।

मिचेल जॉनसन: ऑस्ट्रेलिया तो खैर रफ्तार के मामले में तेज गेंदबाजों की फैक्ट्री बन चुकी है। वहीं से आते हैं मिचेल जॉनसन जिन्होंने फास्टेस्ट डिलीवरी 156.8 की गति से एशेज सीरीज में इंगलैंड के खिलाफ डाली थी।

शेन बॉन्ड: सर रिचर्ड हेडली जैसे महानतम फॉस्ट बॉलर के अलावा भी न्यूजीलैंड के खिलाड़ी फास्ट बॉल फेंकने के लिए जाने जाते हैं तो इसकी वजह हैं शेन बान्ड। 2003 विश्वकप के दौरान 156.4 की रफ्तार से गेंद फेंक कर उन्होंने ये विश्वास बनाये रखा है।

डेल स्टेन: अपने साथी शॉन पोलाक के साथ तेज गेंदबाजी में दक्षिण अफ्रीका का परचम ऊंचा रखने का फर्ज डेल स्टेन ने बखूबी निभाया है। वे न्यूजीलैंड के खिलाफ 155.7 की रफ्तार से गेंद फेंक चुके हैं।

केमार रॉच: वेस्ट इंडीज में तेज गेंदबाजी की परंपरा को आगे बढ़ाने में कमार रॉच का भी खासा योगदान है। रॉच 152.7 की गति डाल चुके हैं और 145 की रफ्तार से लगातार गेंद फेंकने की सलाहियत रखते हैं।

लसिथ मलिंगा: इस कड़ी में अगर श्रीलंकाई महान गेंदबाज लसिथ मलिंगा को ना शामिल किया जाए ये नहीं हो सकता। मलिंगा 2011 के विश्वकप में न्यूजीलैंड के खिलाफ 155.7 की गति से गेंद डाल चुके हैं।

 

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Posted By: Molly Seth